
सीएम बसवराज बोम्मई ने लगाया आरोप
हुब्बल्ली. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के शिकंजे में हैं। इससे बाहर नहीं निकल पाने के कारण वे उनके दबाव के आगे झुक रही है। अगर हम एसडीपीआई और पीएफआई का विरोध करते हैं, तो कांग्रेस के नेताओं में बेचैनी बढ़ जाती है।
शहर के आदर्शनगर में अपने आवास पर गुरुवार सुबह पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, इसलिए वे इस बात से नाराज हैं कि पीएफआई प्रतिबंधित होने के बावजूद उनकी ओर से कुछ नहीं बोल रही है। पीएफआई के नेता पूछ रहे हैं कि अगर हम सुरक्षित नहीं हैं तो हमें आपकी सुरक्षा क्यों करनी चाहिए। यह निश्चित तौर पर पीएफआई का दूसरा रूप एसडीपीआई का कांग्रेस ने खुले तौर पर समर्थन मांगा था परन्तु उन्होंने इनकार किया है।
बजरंग दल मुद्दे पर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के (केपीसीसी) अध्यक्ष डीके शिवकुमार की ओर से उठाए गए सवाल पर नाराजगी जताते हुए बोम्मई ने कहा कि शिवकुमार ने सवाल किया है कि हनुमान का बजरंग दल से क्या संबंध है? राम और हनुमान को जो संबंध है वही संबंध हनुमान का बजरंग दल से है। कांग्रेस दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचने की तरह व्यवहार कर रही है।
लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई
उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा है कि इस मुद्दे को कांग्रेस पार्टी को समझना चाहिए। बिना तत्य के मजाक उड़ाना और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना सही नहीं है, यह पलायनवाद जैसा है। हम अपने कार्यक्रमों के आधार पर चुनाव का सामना कर रहे हैं। बेवजह खुरेद कर चुनाव के माहौल में जाति, धर्म और सांप्रदायिक भावना भडक़ाना ठीक नहीं है। लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले बयान कांग्रेस नेताओं की मनोदशा को दर्शाते हैं।
एसडीपीआई भाजपा की बी टीम नहीं
बोम्मई ने कहा कि कांग्रेस के समय में एसडीपीआई और पीएफआई मजबूत हुए, पूंछ ही शरीर को हिलाया हो ऐसी स्थिति है। एसडीपीआई बीजेपी की बी टीम नहीं है, बी टीम होती तो क्या हम पीएफआई को बैन करते..? कांग्रेस अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए झूठे आरोप लगा रही है।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के हुब्बल्ली धारवाड़ सेंट्रल समेत शहर के विभिन्न हिस्सों के दौरे के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस नेताओं की तरह नहीं रोएंगे, सोनिया गांधी को आने दीजिए। हम कांग्रेसियों की तरह अमित शाह, नरेंद्र मोदी क्यों आए ऐसा नहीं पूछेंगे।