वन मंत्री उमेश कत्ती ने कहा
उडुपी. वन मंत्री उमेश कत्ती ने कहा है कि मुख्यमंत्री पद की इच्छा में मैं कुर्सी के पीछे नहीं पड़ा। नौ बार चुनाव जीता है, मुख्यमंत्री पद मिला तो स्वीकार करूंगा। फिलहाल 61 वर्ष पूरे हुए हैं, 75 वर्ष तक युवक बन कर ही रहूंगा। राज्य की जनता का आशीर्वाद तथा भगवान की कृपा रही तो आगामी दिनों में निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री बनूंगा। अभी मुख्यमंत्री बनने की जल्दबाजी नहीं है।
ब्रह्मवर के नीलावर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कत्ती ने कहा कि उत्तर कर्नाटक भाग के साथ जब भी अन्याय हुआ है तब हमने राज्य के विभाजन का बयान दिया है। आगामी दिनों में भी अन्याय होने पर पृथक राज्य के लिए फिर से आंदोलन करेंगे। पूर्व की सिद्धरामय्या सरकार गाय, बैल की मौत पर मात्र मुआवजा देकर भैंस, भैंसें के मरने पर मुआवजा नहीं देती थी। इससे भैंस तथा भैंसों का अधिक पालन करने वाले उत्तर कर्नाटक भाग से अन्याय हो रहा था। इसकी निंदा कर पृथक राज्य के गठन की मांग की थी। फिलहाल भेदभाव का समाधान होने से पृथक राज्य की मांग नहीं करेंगे। सभी को एकजुट होकर आगे बढऩा है, राज्य का निर्माण करना है।

6.64 लाख हेक्टेयर डीम्ड वन राजस्व विभाग को
कत्ती ने कहा कि राज्य में स्थित 9.94 लाख हेक्टेयर डीम्ड वन क्षेत्र में 3.30 लाख हेक्टेयर जमीन को विभाग में शामिल कर बकाया 6.64 लाख हेक्टेयर जमीन को राजस्व विभाग को सौंपी गई है। पूर्व की एसएम कृष्णा सरकार ने राज्य में 9.94 लाख हेक्टेयर जमीन को डीम्ड वन घोषित किया था। इस क्षेत्र में दशकों से हजारों किसान खेती कर रहे हैं, मकानों का निर्माण किया है। इसके चलते राज्य में स्थित डीम्ड वन क्षेत्र तथा राजस्व विभाग की जमीन को चिन्हित कर अधिकारियों ने उच्चतम न्यायालय को रिपोर्ट सौंपी थी। इसके तहत 6.64 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को डीम्ड वन क्षेत्र से अलग कर राजस्व विभाग में शामिल किया गया है। इस जमीन को आगामी दिनों में योग्य लाभार्थियों को बांटा जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व की सरकार बेहतर कार्य कर रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में 150 सीट जीतने का लक्ष्य है। मैसूरु भाग में राजनीतिक परिवर्तन हो रहा है। भाजपा की ओर रुझान बढ़ा है।
यत्नाल ने कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री बनाने का लालच देने वाले बहुत सारे हैं। उन्हें ध्यान में रखकर हालही में बसनगौड़ा पाटील यत्नाल ने 2500 करोड़ रुपए का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार तथा विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता सिद्धरामय्या ने पुलिस विभाग में हुए अनियमितता तथा यत्नाल के 2500 करोड़ रुपए के बयान के बारे में जांच की मांग की है।