पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ व्यक्त नाराजगी
हुब्बल्ली. पूर्व मंत्री और भाजपा नेता वी. सोमन्ना का नाम लेते ही पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई धन्यवाद कहकर चले गए।

हुब्बल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पत्रकारों ने बसवराज बोम्मई से वी सोमन्ना के नाम का जिक्र किया। इस दौरान बोम्मई ने धन्यवाद कहकर चले गए। बताया जा रहा है कि वी सोमन्ना की ओर से भाजपा नेताओं के खिलाफ जाहिर की जा रही नाराजगी ही इसकी वजह है।

सोमण्णा ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए बयान दिया है कि भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने ज्यादा हारे हैं। उनकी इस स्थिति का कारण अपने (भाजपा वाले) ही हैं। राज्य भाजपा में इस पर जमकर बहस हो रही है और बसवराज बोम्मई ने इस पर प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है।

इसी दौरान कांग्रेस सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए बसवराज बोम्मई ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार आर्थिक और शैक्षणिक सर्वेक्षण करा सकती थी। चुनाव आने पर उस समय ऐसा नहीं किया। अब वे इसके बारे में बात कर रहे हैं, इस बारे में स्पष्ट नहीं है कि यह जाति जनगणना है या नहीं। इस बारे में स्पष्टता देनी चाहिए। 160 करोड़ रुपए जातिगत सर्वे पर खर्च हुआ था। यह स्पष्ट नहीं है कि वह कौन सा जाति सर्वेक्षण था। सरकार को पहले इस बारे में स्पष्टता देनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने रिपोर्ट के आधार पर फायदे और नुकसान पर चर्चा करने की बात कही है। इस सर्वे के नतीजे का समाज पर क्या असर होगा, इसका परिणाम क्या होगा। कुछ लोगों में क्या नाराजगी होगी पहले इस पर चर्चा होनी चाहिए। कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने इस बारे में फैसला ले लिया है, यह उनका काम है करने दी जिए।

इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध में कांग्रेस के फिलिस्तीन को समर्थन देने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बोम्मई ने कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है, इजराइल और फिलिस्तीन के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। फिलिस्तीनी हमास आतंकवादी फिलिस्तीनी नागरिक नहीं हैं। कांग्रेस इसे छुपाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस फिलिस्तीन में स्थित आतंकवादियों का समर्थन कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी आतंकवादी एक ही है जो मासूमों, महिलाओं और बच्चों पर बम बरसा रहे हैं। इसे कोई भी समाज और समुदाय स्वीकार नहीं कर सकता। कांग्रेस फिर से तुष्टिकरण की राजनीति पर उतरी है, जो बड़ी त्रासदी है।

नरगुंद समेत किसी भी विधानसभा क्षेत्र में कार्यों की जांच करा लें

नरगुंद समेत कुछ विधानसभा क्षेत्रों के पिछले कार्यों की जांच के लिए मुख्यमंत्री की ओर से सिफारिश करने के बारे में बोम्मई ने कहा कि नरगुंद समेत किसी भी विधानसभा क्षेत्र हो, कार्यों की जांच करा लें। लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, सभी विभागों की जांच होनी चाहिए, किसने इससे इनकार किया है? काम पूरा हो चुका है, बिल भी दिए गए हैं। बेंगलूरु समेत राज्य के सभी हिस्सों में हुए कार्यों का बिल सरकार ने अब तक नहीं दिया है। पहले बिल देने चाहिए बाद में जहां भी गलतियां हुई हैं, उसकी जांच करानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार का राज्य पर प्रहार है। सूखा हो, कावेरी का मुद्दा हो, सभी के लिए केंद्र सरकार पर उंगली उठाते हैं। अब बिजली की कमी के चलते केंद्र सरकार पर उंगली उठा रहे हैं। राज्य की विद्युत उत्पादन इकाइयों को समुचित कोयला उपलब्ध करवाकर बिजली उत्पादन करने पर यह समस्या नहीं आती थी। अपर्याप्त कार्य के कारण बिजली की कमी ने उनकी वित्तीय दुर्दशा को और खराब कर दिया है। उचित बिजली आपूर्ति करना राज्य सरकार का कर्तव्य है। इन सभी उत्पादनों के लिए केंद्र को क्या में मदद करनी चाहिए, वह करेगी।

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