
उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी
हुब्बल्ली. ऑनलाइन भुगतान ऐप के जरिए हेसकॉम बिजली बिल भुगतान प्रणाली को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। बिल भुगतान का आसान तरीका बंद होने से उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। पेटीएम, फोनपे, गूगल पे सहित विभिन्न ऑनलाइन भुगतान ऐप के जरिए उपभोक्ता अपने स्थान से तुरंत बिजली बिलों का भुगतान करते थे। मई की शुरुआत से इन ऐप्स में बिल भुगतान की व्यवस्था संभव नहीं हो पा रही है।बिजली उपभोक्ता कोट्रेेश उप्पार का कहना है कि बिजली बिल भुगतान के लिए, हुब्बल्ली-धारवाड़ वन सेंटर या हेस्कॉम कार्यालय जाकर भुगतान करने के लिए कतार में खड़े होने में बहुत समय लगता है। ऑनलाइन भुगतान प्रणाली से समय की बर्बादी से बचा जा सकता है। हेसकॉम को तत्काल ऑनलाइन भुगतान शुरू करना चाहिए।
केवल 20 प्रतिशत मात्र
उन्होंने बताया कि बैंक गारंटी, सॉफ्टवेयर एकीकरण सहित अनुबंध प्रक्रिया को पूरा करने में कुछ दिन लगते हैं। तब तक, उपभोक्ता हेस्कॉम की वेबसाइट पर अपने बिलों का भुगतान कर सकते हैं। केवल 20 फीसदी ग्राहक ही ऑनलाइन पेमेंट एप के जरिए अपने बिलों का भुगतान कर रहे हैं। बकाया सीधे तौर पर भुगतान करने वाले ही अधिक हैं। इसके बावजूद, आसान बिल भुगतान प्रणाली को फिर से शुरू करने की दिशा में हेस्कॉम काम कर रहा है।
मई से ऑनलाइन भुगतान स्थगित अनुबंध को आगे बढ़ाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही बैंक को शीघ्र सेवा शुरू करने के लिए उपभोक्ता जोर दे रहे हैं।
ऑनलाइन भुगतान ऐप के माध्यम से हेस्कॉम बिजली बिल भुगतान प्रणाली को फिर से शुरू करने के लिए एक बैंक के साथ समझौते की प्रक्रिया चल रही है।
वैकल्पिक व्यवस्था भी है
जगदीश बेलगली ने बताया कि बिजली बिल भुगतान के लिए न सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट एप से मात्र नहीं बल्कि अन्य वैकल्पिक व्यवस्था भी है। हेस्कॉम वेबसाइट पर एक क्लिक करने पर शहरी और ग्रामीण ग्राहकों को अपने बिलों का भुगतान करने के लिए अलग-अलग लिंक दिए गए हैं। हुब्बल्ली-धारवाड़ वन सेंटर और हेस्कॉम कार्यालयों में खुले बिल भुगतान काउंटरों पर व्यक्तिगत रूप से भुगतान किया जा सकता है।
हेसाकॅम के एटीपी में (एनीटाइम पेमेंट सेंटर्स) भी 24 घंटे बिलों का भुगतान कर सकते हैं। हेस्कॉम के 80फीसदी बिलों का भुगतान हुब्बल्ली-धारवाड़ वन सेंटर और हेस्कॉम कार्यालयों से किया जाता है। केवल 20 प्रतिशत लोग मात्र ऑनलाइन भुगतान ऐप के जरिए से भुगतान कर रहे हैं।
समझौता समाप्त
हेसकॉम के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता जगदीश बेलगली ने बताया कि उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान करने के लिए, हेसकॉम ने ऑनलाइन बिल भुगतान का मौका देने के लिए एक निश्चित अवधि के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ समझौता किया था परन्तु अनुबंध की अवधि समाप्त हो गई है। बैंक ने अपने अनुबंध का विस्तार करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसलिए, भुगतान सेवाएं प्रदान करने के लिए अन्य बैंकों से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। केवल आरबीआई के एनपीसीआई (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) के साथ पंजीकृत बैंक ही निविदा में भाग ले सकते हैं। वर्तमान में, एक बैंक ने रुचि दिखाई है।