
कांग्रेस की जीत में बन सकते हैं बाधा
हुब्बल्ली. कांग्रेस में टिकट से वंचित लोगों को अपनी ओर खींचने वाले जद (एस) ने पंद्रह निर्वाचन क्षेत्रों में मुस्लिम उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारा है, जिससे कांग्रेस में वोटों के विभाजन का डर पैदा हुआ है।
एक तरफ एसडीपीआई ने ज्यादातर मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया है और दूसरी तरफ जेडीएस ने भी मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जितने ज्यादा वोट उन्हें मिलेंगे, कांग्रेस के लिए जीतना उतना ही मुश्किल होगा।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जद (एस) से मुस्लिम उम्मीदवारों चुनाव लड़े रहे निर्वाचन क्षेत्रों में वोट विभाजित होते हैं तो यह कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत में बाधा बनकर परिणाम को भी प्रभावित कर सकता है।
वर्तमान विधायकों के खिलाफ ही मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा
मेंगलूरु उत्तर, नरसिम्हराज, विराजपेट, बेलतंगडी, हेब्टाल, चिक्कापेट, खानापुर, हुमनाबाद, कुंदगोल, गुलबर्गा उत्तर निर्वाचन क्षेत्रों में जेडीएस के मुस्लिम उम्मीदवार कांग्रेस को चुनौती दे रहे हैं। जेडीएस ने पंद्रह निर्वाचन क्षेत्रों में से पांच निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस से वर्तमान विधायकों के खिलाफ ही मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
रणनीति तैयार की
जद (एस) ने कांग्रेस के जादुई संख्या के सपने को तोडऩे के लिए ही यह रणनीति तैयार की है। हुमनाबाद में कांग्रेस के राजशेखर पाटिल मैदान में उतरे हैं, जहां जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम के बेटे सीएम फैज खान जेडीएस के उम्मीदवार हैं। इसी तरह मेंगलूरु उत्तर में कांग्रेस के टिकट से वंचित मोइद्दीन बावा को जेडीएस ने टिकट दिया है, जहां कांग्रेस ने इनायत को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत में बाधा
जानकारों का कहना है कि कुंदगोल में मौजूदा कांग्रेस विधायक कुसुमावती शिवल्ली के खिलाफ हजरत अली अल्लासब जोडमनी जेडीएस उम्मीदवार हैं। इसी तरह, गुलबर्गा (कलबुर्गी) उत्तर में कनीज फातिमा के खिलाफ नसीर हुसैन उस्ताद, नरसिम्हराज निर्वाचन क्षेत्र में तनवीर सेठ के खिलाफ अब्दुल खादर शाहीद जेडीएस के उम्मीदवार हैं। हेब्बाल में बैरती सुरेश के खिलाफ मोइद्दीन अल्ताफ, चिक्कपेट में पूर्व विधायक आर.वी. देवराज के खिलाफ इमरान पाशा उम्मीदवार हैं, जो कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत में बाधा बन सकते हैं।
ताकतवरों दिया टिकट
इसी बीच, जेडीएस ने कांग्रेस पार्टी के टिकट से वंचित ताकतवरों को आकर्षित कर टिकट दिया, इनके साथ कांग्रेस पार्टी के 20 प्रतिशत कार्यकर्ताओं और नेताओं को खींचा है। बल्लारी में अनिल लाड, यादगीर में मालकारेड्डी, चित्रदुर्ग में रघु आचार, हलियाल में एसएल घोटनेकर, हानगल में मनोहर तहसीलदार, बागलकोट में डॉ. देवराज पाटिल जेडीएस से मैदान में उतरे हैं और कांग्रेस के कई नेताओं को जेडीएस में शामिल कर चुनौती दी है। शिवमोग्गा में भाजपा से जेडीएस में गए आयनूर मंजुनाथ को टिकट दिया है, कांग्रेस टिकट से वंचित पूर्व विधायक प्रसन्नकुमार के मंजुनाथ के साथ शामिल होने से कांग्रेस की जीत की राह मुश्किल बताई जा रही है। हुब्बल्ली धारवाड़ पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा छोडकऱ आए पूर्व विधायक वीरभद्रप्पा हालहरवी को जद (एस) का टिकट दिया है, यहां एआईएमआईएम ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है, जिससे कांग्रेस उम्मीदवार वर्तमान विधायक प्रसाद अब्बय्या की जीत में रुकावट बन सकती है। दूसरी ओर, एसडीपीआई ने नरसिम्हराज, पुलकेशीनगर और सर्वज्ञननगर सहित कई निर्वाचन क्षेत्रों में मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जहां कांग्रेस के विधायक हैं।
मुस्लिम उम्मीदवार
खानपुर, गुलबर्गा उत्तर, हुमनाबाद, रोण, कुंदगोल, सागर, मेंगलूरु उत्तर, बयंदूर, कापू, बेलतंगडी, विराजपेट, नरसिम्हराज, हेब्टाल, सर्वज्ञननगर, चिक्कपेट में जेडीएस ने मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।