
किसान की शिकायत की पर वन अधिकारियों का इनकार
बेलगावी. खानापुर तालुक के गोधोली गांव के बाहरी इलाके में स्थित एक खेत में मंगलवार को डेरा डाले जंगली हाथियों के झूंड़ को बुधवार वन विभाग के कर्मचारियों ने कार्रवाई कर जंगल में खदेड़ा। दो दिन से एक बच्चे के साथ चार हाथियों ने डेरा डाला था।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि स्थानीय लोगों की मदद से विशेष अभियान के जरिए हाथी के झुंड को वापस दांडेली वन की ओर भेजा गया है।
भोजन की तलाश में दांडेली जंगल से तालुक के गोधोली गांव के रिहायशी इलाकों में आए हाथियों ने दो दिनों से यहीं मंडरा रहे थे। किसानों के खेतों में फसल बर्बाद की।
दयानंद शिंदे, नवीन चोलनेकर, अशोक डोगुलकर और अन्य किसानों ने कहा कि एक हाथी के बच्चे सहित चार हाथियों हमारे खेतों में डेरा डाला था, जिससे फसल को भारी नुकसान हुआ है।
गन्ने के खेतों में घुसकर गन्ना खाया और गन्ने को रौंदा। खेत के किनारे लगे पौधे रौंद कर क्षति पहुंचाई है। गोधोली गांव के 15 एकड़ से अधिक खेत में उगी गन्ने की फसल बर्बाद हुई है। जंगली हाथियों के हमले से हुई फसल क्षति के लिए उचित मुआवजा वितरित करने की किसानों ने वन विभाग से मांग की है।
इस बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नागरगाली उप-मंडल के सहायक वन संरक्षण अधिकारी शिवरुद्रप्पा कबाडगी ने कहा कि जंगली हाथियों का झुंड ने दो दिनों से आवाजाही कर खौफ पैदा किया था परन्तु जंगली हाथियों के हमले से फसल को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वन विभाग ने जंगली हाथियों की आवाजाही पर पैनी नजर रखे हुए है।