निषेधाज्ञा लागू: स्थिति तनावपूर्ण मगर नियंत्रण में, 60 गिरफ्तार, 21 मामले दर्ज
पथराव की घटना में कई घायल
शिवमोग्गा. शिवमोग्गा जिला मुख्यालय के बाहरी इलाके रागी गुड्डा इलाके में दो समुदायों के बीच कथित हिंसक झड़प और पथराव की घटना के बाद रविवार रात शहर में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है लेकिन, स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है।

शिवमोग्गा के पुलिस अधीक्षक जी. के. मिथुन कुमार ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। घटना में पुलिसकर्मियों समेत कुछ लोगों को चोटें आईं हैं और कुछ संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने उन लोगों से शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा है, जिन्हें चोटें आई हैं या जिनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने 60 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 24 मामले दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास घटना का वीडियो, सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन कैमरा फुटेज है। इसके आधार पर घटना में शामिल सभी लोगों को पकड़ा जाएगा और उन्हें सजा दिलाई जाएगी। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की एक कंपनी, 900 होम गार्ड, 2 हजार पुलिस सिपाही और वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है।

धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी

जिलाधिकारी डॉ. आर. सेल्वमणि ने शिवमोगा के शांतिनगर (रागीगुड्डा) में हुई अप्रिय घटना के मद्देनजर एहतियात के तौर पर शिवमोग्गा नगर निगम के क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू कर दिया।

कटआउट के विरोध में प्रदर्शन

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। पथराव से पहले रागी गुड्डा में एक कटआउट को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ। यह कटआउट जुलूस का एक हिस्सा था। उसके कुछ हिस्से को विवादास्पद सामग्री के कारण कवर कर दिया था। इससे समुदाय के एक लोग नाखुश थे।

अफवाह के बाद हुआ था पथराव
पुलिस अधीक्षक ने लोगों से किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि पर्याप्त बंदोबस्त किए हैं। शिवमोग्गा शहर में कोई समस्या नहीं होगी और स्थिति शांतिपूर्ण है। पुलिस के अनुसार कुछ घरों और वाहनों पर पथराव हुआ जिसमें कई लोग घायल हो गए। यह पथराव कथित तौर पर उस अफवाह के बाद हुआ कि रविवार शाम ईद मिलाद-उन-नबी के जुलूस पर पथराव हुआ है। गुस्साई भीड़ ने कुछ घरों और वाहनों पर हमला बोल दिया।

आरोपियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई: सीएम सिद्धू
मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने सोमवार को कहा कि शिवमोग्गा में हिंसा मामले में आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जुलूस के दौरान पथराव में एक दर्जन नागरिक और दस से अधिक पुलिस कर्मचारी घायल हुए हैं। आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाकर गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। पुलिस ने अब तक इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने कहा कि किसी समुदाय के धार्मिक आयोजनों के दौरान अशांति पैदा करना और पथराव करना कानून के खिलाफ है और उनकी सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि शिवमोग्गा में स्थिति अब शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है और वहां की पुलिस शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।

गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने कहा कि जुलूस पर पथराव की सूचना है लेकिन तलवारें लहराने की सूचना नहीं है। एहतियाती रूप से पुलिस तैनात की गई थी। फिर भी सरकार को बदनाम करने केे लिए जुलूस पर पथराव किया गया। पथराव में घायलों को सरकारी मेग्गान अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना के लिए बाहरी जिम्मेदार

शिवमोग्गा के भाजपा विधायक एस.एन. चन्नबसप्पा रागी गुड्डा इलाके में पथराव के कारण क्षतिग्रस्त हुए घरों का दौरा किया। उन्होंने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि कुछ अंदरूनी लोगों के समर्थन से कुछ बाहरी लोग इस घटना के पीछे थे। शिवमोग्गा उन लोगों के लिए स्वर्ग बन गया है जो आतंक फैलाना चाहते हैं।

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