
बेलमगी ने लगाया गंभीर आरोप
कलबुर्गी. पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रेवू नायक बेलमगी ने आरोप लगाया कि टांडा वासियों को पट्टा वितरित करने के बहाने कर्नाटक सरकार ने निजी जमीन पर स्थित टांडाओं की संपत्तियों के दस्तावेजों में संशोधन किया है। हम इससे सहमत नहीं हैं।
शहर स्थित कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बेलमगी ने कहा कि हम जिस टांडा जमीन पर रहते हैं, वह मेरे पिता की थी। पहले के दो घर थे अब इनकी संख्या बढक़र 30 से 40 हो गई है। हमारी अनुमति के बिना इसे कर्नाटक सरकार के नाम पर दस्तावेजों में कैसे दर्ज किया जा सकता है?
उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर सरकार इस जमीन को अपने कब्जे में लेना चाहती है तो पहले हमें मुआवजा देना चाहिए। निजी जमीन का मालिकाना हक कर्नाटक सरकार को बदलने से पहले एक बार हमारी बात सुनी जानी चाहिए थी। वे अपनी मनमानी कैसे कर सकते हैं? हम इससे सहमत नहीं हैं।
अलंद तालुक के बेलमगी कोइनाल टांडा क्षेत्र के सर्वे नंबर 37 में 5 एकड़ और 27 गुंटा जमीन बाबु लोकू चव्हाण के नाम पर है। इसमें एक एकड़ तीन गुंटा जमीन पर अतिक्रमण हुआ है। इस पट्टा भूमि का कोई भी हिस्सा निजी व्यक्तियों को देने के लिए सहमत नहीं है। इस संबंध में अलंदा कोर्ट में केस किया गया है, यह केस सेटलमेंट के लिए पेंडिंग है।
चिंचोली कांग्रेस नेता सुभाष राठौड़ ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार चुनावी हथकंडे के लिए ऐसा काम कर रही है। इससे टांडा वासियों को कोई फायदा नहीं हो रहा है। हम सैकड़ों वर्षों से एक ही स्थान पर रह रहे हैं। हम उस जगह के लिए पंचायत को टैक्स भी दे रहे हैं। अब सरकार टांडावासियों से कह रही है कि वे उसी जमीन की रजिस्ट्री करा लें। अब उन्हें फिर से 750 से एक हजार रुपए तक पंजीकरण शुल्क देना होगा। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व तो मिलेगा परन्तु टांडावासियों को कोई फायदा नहीं होने वाला है। कुछ टांडा वन क्षेत्रों और निजी भूमि में स्थित हैं। उन्हें पट्टा दिलाने के बारे में सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए। इसे छोडक़र पहले से ही अपनी ही जमीन पर रहने वालों को पट्टा देना केवल आंसू पोछने की रणनीति होगी।
उन्होंने कहा कि पट्टा पाने वालों के लिए सरकार ने कई शर्तें लगाई हैं। इसमें कहा गया है कि पट्टा मिलने के 15 साल के भीतर घर को निवास के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। घर के एक हिस्से में दुकान रखने वालों को क्या करना चाहिए? यह लोकतांत्रिक व्यवस्था है या गुलामी।
राठौड ने कहा कि अधिकारी टांडा जाकर हर घर से पीएम मोदी के कार्यक्रम में आने की धमकी दे रहे हैं। उनके घर कहीं चले ना जाएं इस डर से मुंबई और बेंगलूरु से लोग आ रहे हैं।
संवाददाता सम्मेलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष जगदेव गुत्तेदार व बंजारा समाज के नेता उपस्थित थे।