नेतृत्व की कमी झेल रही बड़ी आबादी
-राजनीतिक खिलौना बना मुस्लिम समाज
हुब्बल्ली. किसी भी समाज, समुदाय के विकास के लिए नेतृत्व जरूरी होता है। नेतृत्व के बिना किसी भी समाज, समुदाय का विकास सम्भव नहीं है। मुखिया के बिना परिवार भी बिखर जाता है। आज यही हाल मुस्लिम समाज का है।
आज मुस्लिम समाज धारवाड़ जिले में ही नहीं पूरे देश में नेतृत्व की कमी का सामना कर रहा है। यही कारण है कि हर कोई इसका राजनीतिक, सामाजिक लाभ उठा रहा है। नेतृत्व नहीं होने से समाज के लोग बेबस और लाचार हैं।
आज हर समाज में स्थानीय स्तर लेकर, राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं, जो अपने समाज की आवाज समय समय पर उठाते रहे हैं। वहीं मुस्लिम समाज में समाज का ऐसा कोई नेता नहीं है, जो समाज की आवाज उठा सके।
देश की आजादी, देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला मुस्लिम समाज नेतृत्व की कमी के कारण उपेक्षा का शिकार हो रहा है। राजनीतिक प्रतिनिधित्व में भी पिछड़ा है। इसका राजनीतिक पार्टियां लाभ उठा रहे हैं। नेतृत्व के अभाव में युवा असमंजस में हैं। दूसरों पर निर्भर रहना छोड़कर खुद के नेतृत्व को विकसित कर मजबूत करने की आज की आपात जरूरत है। नेतृत्व मजबूत होगा तो समाज का उत्थान होगा। युवाओं को सही दिशा मिलेगी। युवाओं को आगे आना होगा, समाज का नेतृत्व करना होगा।