जल उपलब्ध, रखरखाव में अनदेखी
बेलगावी. पिछले दो वर्षों में हुई अच्छी बारिश से शहर समेत जिले भर के कई जलस्रोतों में पानी भरा हुआ है परन्तु स्थानीय निकाय तथा एजेन्सियां आपूर्ति तथा रखरखाव में विफल होने के कारण जगह-जगह लोगों को पेयजल के लिए जूझने के हालात निर्माण हुए हैं।
इस वर्ष भी मानसून पूर्व बारिश अच्छी हो रही है लेकिन जलापूर्ति के लिए पुराने पंपसेट तथा बिजली कटौती की समस्या हो रही है। जलाशयों में बारिश शुरू होने तक पर्याप्त पानी का संग्रह है परन्तु आपूर्ति में दोष नजर आ रहा है। इस बार गर्मी में पेयजल समस्या से प्रभावित 120 गांवों की सूची जिला प्रशासन ने तैयार की है। अथणीस, रायबाग तथा कागवाड़ तालुक के गांवों के निवासियों के ही अधिक समस्या का सामना करने की सम्भावना है।

टैंकर के जरिए पानी
कर्नाटक शहरी ढांचागत सुविधा विकास एवं वित्तीय संस्था के अधिकारियों का कहना है कि बेलगावी शहर में ही 75 हजार पेयजल कनेक्शन हैं। तालुक के रक्कसकोप्पा जलाशय से प्रतिदिन 54 एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) तथा हुक्केरी तालुक के हिडकल जलाशय से 65 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा रही है। पानी की समस्या वाले एकाध रिहायशी इलाकों में टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है। हिडकल जलाशय में 9 टीएमसी इस्तेमाल योग्य पानी (लाइव स्टोरेज) का संग्रह है, जो 31 जुलाई तक पर्याप्त होगा। रक्कसकोप्पा जलाशय में स्थित पानी 15 जून तक उपलब्ध होगा परन्तु बारिश से अक्सर हो रही बिजली कटौती की समस्या से पंप-हाउस में बाधा पहुंच रही है, जिससे जलापूर्ति में भी देरी हो रही है।
सप्ताह में एक बार जलापूर्ति
पूर्व में शहर को तीन दिन में एक बार पेयजल आपूर्ति की जाती थी परन्तु हालही के दिनों में कुछ आवासीय इलाकों में सप्ताह में एक बार जलापूर्ति की जा रही है। इसमें भी सह्याद्री नगर, उद्यमबाग, औद्योगिक क्षेत्र, अलारवाड़, श्रीनगर का कुछ भाग तथा शनिवार खूट में समस्या बढ़ी है। एलएण्डटी कंपनी का कहना है कि श्रीनगर सेक्टर संख्या पांच तथा शनिवार खूट इलाके में प्रतिदिन टैंकर के जरिए पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
खानापुर में नहीं समस्या
पिछले वर्ष समृध्द बारिश होने से खानापुर तालुक में इस वर्ष पेयजल की समस्या नहीं उपजी है। नदी, तालाब समेत तालुक के अधिकतर जलस्रोतों में पानी संग्रह है। तालुक में भूजलस्तर भी बेहतर है। साथ ही हालही के कुछ दिनों से बारिश होने से मौसम भी ठंडा हुआ है। इन सभी कारणों से तालुक में फिलहाल पेयजल की समस्या उपज के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
आपूर्ति में समस्या
लोगों का कहना है कि पिछले दो वर्षों से अधिक बारिश होने के कारण कित्तूर तालुक के गांवों में पानी की समस्या नहीं सता रही है। तालाब, नहरों में अभी भी पानी है। मानसून की बारिश दो बार जमकर हुई है, जो पानी की समस्या को दूर करने का कारण बनी है। गांवों के तालाब नहीं सूखे हैं इसके चलते भू जलस्तर भी अधिक नहीं घटा है। बोरवेल में भी पर्याप्त पानी आ रहा है। बिजली कटौती से गांवों में पानी की समस्या सता रही है। मुख्य सड़क किनारे मौजूद जमीन में बिछाए गए पाइप भारी वाहनों के परिवहन से टूट रहे हैं। इससे अक्सर जलापूर्ति में बाधा पहुंच रही है।
नदियों से हुई सुविधा
लोगों का कहना है कि चिक्कोड़ी तालुक में पंच नदियों में पानी लगातार बह रहा है। इससे फिलहाल पेयजल की समस्या पेश नहीं आई है। तालुक के सदलगा, चिक्कोड़ी राजस्व केंद्रों के कार्य क्षेत्र के दसियों गांवों को कृष्णा तथा दूधगंगा नदियों से बहुग्राम पेयजल योजनाओं को जारी किया गया है। इनके जरिए नियमित तौर पर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जैनापुर तथा अन्य 11 गांवों के लिए कृष्णा नदी से जारी की गई पेयजल आपूर्ति योजना उम्मीद के हिसाब से कार्य नहीं कर रही है। इसके बाद भी इस भाग में पेयजल समस्या नहीं है। चालू वर्ष में बारिश अच्छी होने से तालाब, नहरे, नाले भी भरे हुए हैं। इसके चलते मवेशियों के लिए पेयजल समस्या पेश नहीं आई है। कुछ जगहों पर शुध्द पेयजल इकाईयां खराब हो गई है, जो इस्तेमाल में नहीं आने की स्थिति में हैं। इससे जनता को शुध्द पेयजल की समस्या पेश आई है। जल जीवन मिशन योजना का कार्य भी जोरों से चल रहा है।
अक्सर समस्या
लोगों का कहना है कि बैलहोंगल शहर के नगर सभा कार्यक्षेत्र के मलप्रभा नदी के एक्सप्रेस जैकवेल की मरम्मत के कारण अक्सर पेयजल समस्या उपज रही है। एक सप्ताह से सही तौर पर पेयजल आपूर्ति नहीं हुई है। जगह-जगह बोरवेल से जलापूर्ति की जा रही है। इससे लोगों को पानी की समस्या की किल्लत नहीं हुई है। मलप्रभा नदी जल आपूर्ति करने वाले जैकवेल की मरम्मत कर पेयजल समस्या न उपजे इस पर नगरसभा को ध्यान देना चाहिए।
संकेश्वर के ग्रामीण इलाकों में समस्या
संकेश्वर शहर में 23 वार्ड हैं, जिनमें पेयजल समस्या नहीं है। इसके विपरीत गांवों में पेयजल समस्या है। शहर के लिए हिडकल जलाशय से सीधे तौर पर पृथक पाइपलाईन के जरिए पेयजल आपूर्ति की जा रही है। पानी पर्याप्त मात्रा में संग्रह होने से गंभीर समस्या समस्या नहीं हुई है परन्तु ग्रामीण भाग में समस्या है। बाड, करजगा भाग में गंभीर पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए बाड गांव के समाज सेवक प्रकाश मैलाखे अपने ट्रैक्टर के जरिए बाड गांव को प्रतिदिन पेयजल आपूर्ति कर रहे हैं।
रखरखाव पर की कार्रवाई
रामदुर्ग शहर में पिछले पांच-छह वर्षों से पेयजल समस्या का समाधान हुआ है। नवीलुतीर्थ बांध से सीधे तौर पर जलापूर्ति की जा रही है। शहर के भाग्यनगर तथा श्रीपति नगर तुरनूर पंचायत से हालही में नगरसभा में शामिल हुए हैं इसके चलते कुछ वर्ष पेयजल समस्या का शिकार हुए थे। तालक पंचायत में स्थित खुले कुओं में पानी भरवाकर भाग्यनगर तथा श्रीपति नगरों को जलापूर्ति की जा रही है। इसके जरिए वहां पेयजल समस्या का समाधान किया गया है।
पानी का इंतजार करना पड़ता है
नेसरगी में भीषण गर्मी के चलते पेयजल की समस्या उपजी है। सभी जगहों पर पानी की टंकियां तथा नलकूप कनेक्शन नहीं हैं। बोरवेल के पानी पर निर्भरता बढ़ी है। सप्ताह में कुछ दिन जलापूर्ति की जाती है, जिसके कारण पानी संग्रह करने के लिए लोगों को जूझना पड़ रहा है।
लोगों में ही नाराजगी
सवदत्ती शहर में मलप्रभा जलाशय के बगल में ही होने के बाद भी सही तौर पर जलापूर्ति करने का कार्य नहीं हो रहा है। समय पर जलापूर्ति करने में सवदत्ती यल्लम्मा नगरसभा विफल हुई है। इसके कारण लोगों को जूझना पड़ रहा है। छह से नौ दिन में एक बार जलापूर्ति की जा रही है। इससे नाराज जनता ने नगर सभा का घेराव कर प्रदर्शन भी किया है।