मंत्री बी नागेंद्र ने दी जानकारी
बल्लारी. पिछले दो दिनों से बल्लारी जिले के पांच तालुकों में सूखे का निरीक्षण करने वाले मंत्री बी नागेंद्र ने कहा कि जिले में बारिश की कमी के कारण 82 प्रतिशत फसलें खराब हो गई हैं, 560 करोड़ रुपए सूखा राहत की जरूरत है। इस बारे में राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बल्लारी में पत्रकारों को जानकारी देते हुए मंत्री नागेंद्र ने कहा कि जिले में मानसून की बारिश की कमी के कारण इस वर्ष मात्र 1,10,436 हेक्टेयर में ही बुआई हुई है। 573 मिमी सामान्य बारिश के विरुद्ध मात्र 261 मिमी ही बारिश हुई है।
तालुकवार सूखे की स्थिति की जानकारी
मंत्री नागेंद्र ने तालुकवार सूखे की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि सिरुगुप्पा तालुक में, कुल 56,406 हेक्टेयर बोए गए क्षेत्र में से 36,281 हेक्टेयर सूखा और क्षतिग्रस्त है। कंपली तालुक में, 20,310 हेक्टेयर में बोई गई फसल में से 656 हेक्टेयर सूखा और क्षतिग्रस्त हो गई है। कुरुगोडु तालुक में, 12,612 हेक्टेयर बोए गए क्षेत्र में से 260 हेक्टेयर सूखा और क्षतिग्रस्त हुआ है। संडूर तालुक में बोई गई 30,111 हेक्टेयर भूमि में से 26,600 हेक्टेयर भूमि सूखे और क्षति से प्रभावित हुई है।
कृषि विभाग के संयुक्त कृषि निदेशक के. मल्लिकार्जुन ने कहा कि जिले में अप्रेल से अब तक 4 किसानों ने आत्महत्या की है और उन्हें मुआवजा दिया जा चुका है।
जिले में क्लाउड सीडिंग का कोई विचार नहीं
मंत्री ने कहा कि जिले में धान की फसल पर्याप्त मात्रा में उगाई जाती है। फसल अंकुरण अवस्था में है। अगर ज्यादा बारिश हुई तो धान सडऩे की आशंका है। इसके चलते जिले में क्लाउड सीडिंग के बारे में कोई विचार नहीं किया गया है।