बुजुर्ग नेताओं को टिकट देने पर साधा निशाना
हुब्बल्ली. विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा कि मेरे दलबदल का असर पांच राज्यों के चुनाव पर पड़ा है।

शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शेट्टर ने कहा कि पांच राज्यों में 80 साल से अधिक उम्र वालों को भी टिकट दिया गया है। भाजपा बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है। व्यवस्था इतनी खराब हो गई है कि सुधारा नहीं जा सकता।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र के शपथ ग्रहण समारोह में कोई भी केंद्रीय नेता मौजूद नहीं था। पर्यवेक्षक भी नहीं आए। यह प्रदेश भाजपा की स्थिति का प्रमाण है। भाजपा अध्यक्ष बनाना उन पर निर्भर है। किसी एक को अध्यक्ष बनाना था, विजयेंद्र को बनाया है परन्तु प्रदेश अध्यक्ष पद का कोई भी दावेदार पदग्रहण में नहीं गया। एक बार नियुक्त होने के बाद सभी को मिलकर काम करने का रवैया रखना चाहिए था परन्तु ऐसा नहीं हुआ है। इसके चलते भाजपा का अंदरूनी झगड़ा कहां जाएगा पता नहीं है। सब का इतजार करना होगा, इसका सभी को पता चलेगा। भाजपा में वरिष्ठों को दूर करने का कार्य बहुत पहले से किया जा रहा है। जिन्होंने पार्टी को संगठित किया और पार्टी के लिए काम किया, उन्हें दूर रखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सदानंद गौड़ा को दिल्ली बुलाकर तीन दिनों तक इंतजार करवाया गया। पांच मिनट भी बात करने का शिष्टाचार तक नहीं दिखाया। यह इस बात का उदाहरण है कि भाजपा वरिष्ठों के साथ कैसा व्यवहार करती है। लालकृष्ण आडवाणी, मुरुली मनोहर जोशी आदि को राजनीति से संन्यास दिलवाया।

शेट्टर ने कहा कि कर्नाटक में मुझे, लक्ष्मण सावदी और ईश्वरप्पा को टिकट नहीं दिया। अभी तक मुझे यह नहीं बताया गया है कि टिकट टालने का कारण क्या था। इसका नतीजा क्या हुआ ये पूरी दुनिया जानती है। भाजपा नेता किसी भी तरह सत्ता में आना चाहते थे परन्तु भाजपा ने कर्नाटक में सत्ता खो दी।

इसके चलते पांच राज्यों के चुनाव में वरिष्ठों को तरजीह दी गई है। अब 70-75 साल के लोगों को भी टिकट दिया है, उन्हें टिकट क्यों दिया? नियम सबके लिए समान होने चाहिए। सत्ता की लालच में सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हैं। उम्र का बहाना बनाकर आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को घर भेजा, अब 80 साल के बुजुर्ग को भी टिकट दे दिया है।

जगदीश शेट्टर का असर पांच राज्यों में भी पड़ा है। इसके चलते उम्र पार होने के बाद भी टिकट दिया है।

मेरे दलबदल के प्रभाव को जानते हुए उन्होंने तीन-चार पूर्व मुख्यमंत्रियों को टिकट दिया है। अब विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, तो इससे कुछ नहीं होगा। भाजपा ढह रही है ऐसे में ज्यादा ताकत दिखाना संभव नहीं है। भाजपा कार्यकर्ता सदमे में हैं और उम्मीद खो चुके हैं। नेतृत्वविहीन पार्टी का दर्द उन्हें सता रहा है।

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कमल की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा इस भ्रम में है कि कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो जाएंगे। ऑपरेशन कमल की कोशिश सफल नहीं होगी।

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