टूट गई सड़कें, ढह गए पुल, स्कूल के कमरे और मकान घर

बागलकोट. भारी बारिश से फसल ही नहीं सड़कें, पुल, स्कूल के कमरे, आंगनबाडी भवन, बिजली के खंभे, घर ढह गए हैं।

घरों के गिरने से जिले में सैकड़ों परिवार सड़कों पर आए गए हैं। कोई जर्जर मकान के कोने में रहता है तो किसी ने किराए के मकान का सहारा लिया है। इस साल अब तक जिले में औसतन 34.5 सेमी बारिश होनी चाहिए थी। वास्तव में 61.1 सेमी. बारिश हुई है, जो 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 43,318 हेक्टेयर में उगी उडद, सूरजमुखी, मूंग, सोयाबीन, मूंगफली, साजी, मक्का की फसल, 3,856 हेक्टेयर बागवानी फसलों को नुकसान पहुंचा है।

लोक निर्माण विभाग के 61 किमी. राज्य राजमार्ग, 16 पुल और आठ सरकारी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। पंचायत राज इंजीनियरिंग विभाग से संबंधित 573 किमी सड़क और पांच पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर डामर की परत उखड़ गई है, जिससे लोगों को आवागमन के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। गांव की कई सड़कें परविहन के योग्य नहीं रह गई हैं।

शिक्षा विभाग के 46 स्कूलों के 115 कमरे, आंगनबाडी के 206 कमरे क्षतिग्रस्त हुए हैं। पहले से ही कमरों की कमी से जूझ रहे स्कूलों को इससे और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

भारी बारिश और बाढ़ के दौरान कई स्कूल भवनों में पानी भर गया था। ऐसी स्थिति बन गई थी कि दूसरी जगहों पर कक्षाएं चलानी पड़ीं।

हेस्कॉम के 1,214 पोल, 146 ट्रांसफार्मर और 28 किमी बिजली लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। इसके चलते कई गांवों को घंटों बिजली के बिना दिन बिताना पड़ा था।

जिले में 831 घर ढह गए हैं। प्रतिदिन दिन मकान गिरने की खबरें आ रही हैं। बाढ़ के कारण जिले में 200 से ज्यादा घरों में पानी घुसने से कई घरों का सामानों को नुकसान हुआ है।

बागलकोट जिले में बारिश से विभागवार नुकसान का विवरण

विभाग राशि (करोड़ में)

कृषि 311.75

बागवानी 52.74

लोकनिर्माण 42.52

पंचायत राज 24.88

शिक्षा 4.09

आंगनबाडी 4.77

हेस्कॉम 3.42

शहरी विकास 7.89

आवास 5.04

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