एमईएस ने की मांग
बेलगावी.
महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को शहर के हुतात्मा चौक पर आयोजित शहीद दिवस कार्यक्रम में कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा संघर्ष में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यकर्ताओं ने मांग की कि राज्य में बड़ी संख्या में मराठी भाषियों वाले क्षेत्रों को महाराष्ट्र में शामिल करना चाहिए। बेलगावी, खानापुर, निप्पणी, बीदर, भालकी, कारवार भी संयुक्त महाराष्ट्र जलाच पाहिजे जैसे नारे लगाए।
उन्होंने शिकायत की कि जिला प्रशासन ने सोमवार देर रात एक आदेश जारी कर शहीद दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बेलगावी आ रहे महाराष्ट्र सीमा सलाहकार समिति के अध्यक्ष और सांसद धैर्यशील माने को कर्नाटक में प्रवेश नहीं करने का आदेश जारी किया है, जो उचित नहीं है। जो थे।
एमईएस के महासचिव मालोजी अष्टेकर ने कहा कि यहां के राजनेता कर्नाटक की एक इंच जमीन भी महाराष्ट्र को नहीं देंगे कहते हैं परन्तु वे नहीं जानते कि कर्नाटक राज्य विभिन्न प्रांतों के क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया था। इसके चलते हम अपनी मांग पूरी होने तक संघर्ष जारी रखेंगे।
एमईएस अध्यक्ष दीपक दलवी ने कहा कि राज्य सरकार जिस तरह से हमारे साथ व्यवहार कर रही है, उसे देखकर हमें भी बाहरी होने का महसूस हो रहा है। इसलिए हम महाराष्ट्र का हिस्सा बनना चाहते हैं। नई पीढ़ी भी एमईएस आंदोलन में उत्साहपूर्वक भाग ले रही है। न्याय मिलने तक हम लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे।
पूर्व महापौर सरिता पाटिल, किरण सायनाक, पूर्व उप महापौर धनराज गवली, रेणु किल्लेकर, महानगर निगम के पार्षद रवि सालुंके, शिवाजी मांडोलकर, वैशाली भातखंडे, एमईएस नेता रंजीत चव्हाण-पाटिल, विकास कलघटगी, मदन भामने सहित अन्य शामिल थे।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *