
पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर की दो टूक
हुब्बल्ली. पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा कि राजनीति में कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता। राजनीति में बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। जल्दबाजी करने पर हादसा होगा।
हुब्बल्ली में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए टिकट से वंचित करने वालों के खिलाफ परोक्ष रूप से बोलते हुए शेट्टर ने कहा कि मेरा भी समय आएगा। फिर मैं सारी बात करूंगा। मैंने पहले ही येडियूरप्पा से बात कर ली है। मैं टिकट के लिए कहीं नहीं जाऊंगा, मैं किसी से बात नहीं करूंगा। ईश्वरप्पा का विचार अलग है, मेरा अलग है। हमारा परिवार जनसंघ के समय से भाजपा में है। मुझे आशा है कि ऐसे परिवार के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।
उन्होंने किसी और को मौका देने की बात कही, परन्तु उन्होंने दूसरे का नाम नहीं बताया। जनता का आशीर्वाद है, मैं मुकाबला करूंगा। आलाकमान ने कहा था कि परसों ही टिकट कन्फर्म हुआ है परन्तु आज टिकट काट दिया गया। मैंने पहले ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। लोग प्यार और सम्मान दिखा रहे हैं, मेरा चुनाव लडऩा पक्का है।
मैं आलाकमान के फैसले से सहमत नहीं
शेट्टर ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह सच है कि मंगलवार सुबह आलाकमान की ओर से फोन आया था और नए चेहरों को मौका देने को कहा। मैंने 30 साल तक पार्टी संगठन किया है, वरिष्ठों के निर्देश से दु:ख हुआ है।
उन्होंने कहा कि मैं छह बार जीत चुका हूं। हर बार मैं 25 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। इसके बाद भी टिकट कटा है। टिकट काटने की वजह का पता लगाना है। अभी तक मुझ पर कोई ब्लैक स्पॉट नहीं हुआ है। अगर टिकट न देने का विचार था तो दो-तीन महीने पहले ही कहा जा सकता था। इसके चलते मैं केंद्र के इस फैसले से सहमत नहीं हूं। वरिष्ठों को तुरन्त इस फैसले को वापस लेना चाहिए। उन्हें पार्टी और वरिष्ठों पर भरोसा है और वे उन्हें प्रतिस्पर्धा करने का मौका देंगे इसपर अटल विश्वास है।