कलबुर्गी. पीएसआई नियुक्ति परीक्षा अनियमितता मामले में गिरफ्तार रुद्रगौड़ा पाटील तथा अभ्यर्थियों की नियुक्ति कराने के आरोपी मंजुनाथ मेलकुंदी पर शिकंजा कसने के लिए डीवाईएसपी मल्लिकार्जुन साली का इस्तेमाल किया गया। यह जानकारी सीआईडी पूछताछ के दौरान सामने आई है।
डीवाईएसपी मल्लिकार्जुन साली को अपनी हिरासत में ले चुके सीआईडी अधिकारी उनसे जानकारी जुटा रहे हैं। कई स्पर्धात्मक परीक्षाओं में पास कराने के कार्य में माहिर रुद्रगौड़ा के लिए मंजुनाथ मेलकुंदी का भी इसी कार्य में जुटना गले की फांस बना हुआ था। किसी भी सूरत में इस पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से अपने परिचित जेवर्गी तालुक के मल्लिकार्जुन साली को अनियमितता के बारे में जानकारी दी थी।
इसके आधार पर मंजुनाथ तथा दिव्या हागरगी को कॉल कर साली की ओर से परीक्षा केंद्र में उनकी ओर से अनियमितता बरतने के बारे में जानकारी मिली। हम परीक्षा के विशेष अधिकारी है कहकर धमकाया था। इससे घबराए आरोपियों ने दस लाख रुपए देने की बात कही थी।

मैत्रे ने ही किया था पेपर लीक
कलबुर्गी फिंगरप्रिंट विभाग के पुलिस निरीक्षक गिरफ्तार आरोपी आनंद मैत्रे पर ज्ञानज्योति इंग्लिश मीडियम स्कूल से प्रश्नपत्रों को लीक कर इसे आरोपियों को पहुंचाने का आरोप है। माहिर एक दल जवाबों को तैयार करने के बाद वापस परीक्षा केंद्र लाकर अपने अभ्यर्थियों को देते थे। खुद को परीक्षा केंद्र के लिए नियुक्त अधिकारी बताकर केंद्र में आते थे। उनके पहुंचाए जवाबों को परीक्षा समाप्त होने के बाद कक्ष पर्यवेक्षक ने ओएमआर शीट में भरा था। दूसरी ओर ब्लूटूथ के जरिए जवाब बताए गए थे। रुद्रगौड़ा पाटील ने जो वादा किया था उसे निभाया था। सीआईडी दल ने शुक्रवार को आनंद मैत्रे के कार्य किए तथा रिश्तेदारों के विजयपुर जिले की विभिन्न जगहों पर जाकर जानकारी जुटाई है।