चिक्कमगलूरु. जंगली हाथिनी के बच्चे को जन्म देने के कारण उन्हें जंगल में वापस भेजने का अभियान रोकने वाले वन विभाग के अधिकारियों ने अकेले घूम रहे जंगली हाथी को पकडऩे का फैसला किया है। मजदूर युवती मीना को बुधवार को जान लेवे वाला हाथी मुडिगेरे के समीप दोड्डहल्ला के पास है, तो वहीं छह जंगली हाथियों (भुवनेश्वरी समूह) का एक झुंड दूसरी दिशा में उक्कुंद वन क्षेत्र में है।

इस झुंड की एक हथिनी ने बच्चे को जन्म दिया है, फिलहाल अधिकारियों ने उस झुंड को प्रशिक्षित हाथियों के जरिए खदेडऩे की कार्रवाई को रोक दिया है। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि हाथी बच्चे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में जंगल में खदेडऩे की कोशिश करने पर नाराज होकर भयंकर आपदा आने की संभावना है। इसके चलते उन्हें फिलहाल खदेडा नहीं जाएगा परन्तु उन पर नजर रखी जा रही है।

और अगर वे रिहायशी इलाके की ओर आएंगे तो ही उन्हें रोका जाएगा।

हाथी को शुक्रवार शाम को मुडिगेरे के पास दोड्डहल्ला के पास देखा गया था। सक्रेबैलु कैंप से तीन प्रशिक्षित हाथियों और दुबारे कैंप से चार प्रशिक्षित हाथियों को वहां स्थानांतरित किया हया है। प्रशिक्षित हाथियों के जरिए उसे जंलन में खदेड़ा जाएगा।

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