
कुल 785 स्टेशनों पर एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना के तहत आउटलेट स्थापित
हुब्बल्ली. केंद्र सरकार ने भारतीय रेल मंत्रालय की एक स्टेशन-एक उत्पाद (वन स्टेशन वन प्रोडक्ट) योजना को वोकल फॉर लोकल के विजन के साथ शुरू किया है। यह योजना लोगों को आकर्षित करने के साथ इसकी लोकप्रियता भी बढ़ रही है।
स्थानीय लोगों की ओर से ही उत्पादित उत्पादों के लिए उचित बाजार प्रदान करना और समाज में आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मौका उपलब्ध कर उन्हें बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत स्थानीय लोगों की ओर से तैयार स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने, बेचने और अधिक प्रचार देने के उद्देश्य से प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आउटलेट स्थापित करने का मौका दिया गया है।
इस योजना को 25 मार्च 2022 को शुरू किया गया था। वर्तमान में, 01 मई, 2023 तक 728 स्टेशनों, 21 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों सहित कुल 785 आउटलेट की स्थापना करके देश भर में वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टोर का विस्तार किया गया है। जनता के लिए एक सुविधाजनक स्थान और उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया गया है। राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन) ने पूरे देश में एक समान और आकर्षक डिजाइन तैयार किया है।
कर्नाटक राज्य के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर कुल 21 आउटलेट चल रहे हैं। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट में स्थानीय रूप से उत्पादित कलाकृतियां, हथकरघा, हस्तशिल्प और आदिवासियों की ओर से बनाए गए अन्य उत्पाद शामिल हैं।
इस योजना के तहत निर्मित उत्पाद
हस्तशिल्प कलाकृति, कपड़ा और हथकरघा, परंपरागत परिधान, स्थानीय कृषि उपज बाजारों से प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ (जैसे – अनाज)। उदाहरण के लिए केएसआर बेंगलूरु के वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टोर में चन्नापटण के खिलौने, तुमकूर स्टोर में नारियल के उत्पाद, अरसिकेरे स्टेशन पर पारंपरिक कोल्ड प्रेस्ड ऑयल आदि प्रदर्शित किए गए हैं।
आयुर्वेदिक उत्पादों की मांग
हुब्बल्ली स्थित वेदागिरी फार्मास्यूटिकल्स के राचप्पा तंबरल्ली ने कहा कि हुब्बल्ली के श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी रेलवे स्टेशन की स्टॉल पर राज्य और अन्य राज्यों से अधिक से अधिक यात्री सामान खरीदने आ रहे हैं। अधिकांश ग्राहक आयुर्वेदिक तेल-जोड़ों के दर्द से राहत के लिए तेल, सर्दी के लक्षणों का तेल आदि को बुक ऑर्डर से खरीद रहे हैं। इससे यात्रियों की जरूरत का सामान ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिल रही है।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा
बेलगावी स्टेशन पर चचडी गांव (सवदत्ती तालुक) के मीनाक्षी स्वयं सहायता समूह के स्वयं सहायता समूह को मौका उपलब्ध किया गया है। यह महिला उद्यमियों को आगे बढऩे में मदद करने के साथ महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है।
मीनाक्षी ने कहा कि घर में बने व्यंजनों को स्टोर करने और प्रदर्शित करने के लिए रेल विभाग ने सुविधा उपलब्ध की है।
बेंगलूरु छावनी स्टेशन पर चिक्कबल्लापुर जिला चिंतामणि की नागश्री वाई.आर. को बाजरा और जैविक शहद बेचने के लिए स्टॉल आवंटित किया गया है। नागाश्री वाईआर का कहना है कि उन्हें बेंगलूरु में अपने उत्पादों को बेचने पर गर्व मेहसूस हो रहा है। इस योजना के माध्यम से महिला उद्यमियों का समर्थन करने के लिए वे रेलवे विभाग की आभारी हैं।
चन्नपटण के खिलौने पर्यटकों के बीच अधिक लोकप्रिय
केएसआर बेंगलूरु रेलवे स्टेशन पर बेंगलूरु के बालाजी हस्तशिल्प कुटीर उद्योग के प्रकाश ने कहा कि इस परियोजना से उन्हें काफी फायदा हुआ है। उनके उत्पाद को कर्नाटक के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शित किया जा रहा है। चन्नपटण के खिलौने बेंगलूरु स्टेशन आने वाले पर्यटकों के बीच अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं।
ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से मदद
दावणगेरे रेलवे स्टेशन पर श्रीमती अक्कनागम्मा खादी ग्रामोद्योग औद्योगिक महिला मंडल की साकम्मा खादी वस्त्र बेच रही हैं। सुब्रह्मण्य रोड स्टेशन पर श्री धर्मस्थल सिरी ग्रामोद्योग संस्था कृषि उत्पादों और कपड़ा उत्पादों को बेचने वाली एक दुकान चलाती है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इस योजना ने विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में मदद की है।
स्थानीय उत्पादों बढ़ावा देना मुख्य उद्देश्य
इस वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उद्यमिता, स्वयं सहायता समितियों, स्थानीय कारीगरों और स्थानीय उत्पादों के निर्माताओं को बढ़ावा देना है।
–अनिश हेगडे, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, दक्षिण पश्चिम रेलवे