सलीम अहमद ने किया वादा
हावेरी. विधान परिषद सदस्य एवं केपीसीसी के कार्याध्यक्ष सलीम अहमद ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण सार्वजनिक मान्यता खो चुकी भाजपा इस बार मात्र 60 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकती है। हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद, हम भाजपा सरकार के सभी भ्रष्टाचार घोटालों की जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलवाएंगे।
शहर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सलीम अहमद ने कहा कि चुनाव में 150 सीटें जीतने के साथ कांग्रेस सरकार सत्ता में आएगी। पहले सत्र में हमारी पार्टी की ओर से घोषित गारंटी योजनाओं को लागू किया जाएगा।
कोलार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने का मामला दर्ज कर अब राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किया गया है। लोकतंत्र में आलोचना सामान्य बात है, परन्तु उसे अयोग्य करार देना इतिहास में ऐसा यही पहली बार हुआ है। अब वे उसी जमीन में 16 को आयोजित होने वाले जय भारत सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

ओलेकार को अयोग्य क्यों नहीं किया
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ साजिश रचकर अयोग्य घोषित किया गया है। भाजपा वाले ाहुल गांधी से डरकर इस प्रकार का कायरतापूर्ण काम कर रहे हैं परन्तु शहर के भाजपा विधायक नेहरू ओलेकार को भी अदालत की ओर से सजा सुनाए जाने के बावजूद उन्हें अयोग्य क्यों नहीं ठहराया गया।
सलीम अहमद ने कहा कि कांग्रेस पहले ही 166 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। कुछ क्षेत्रों में मामूली अंतर हैं। हम उन्हें ठीक कर देंगे परन्तु भाजपा अभी तक एक भी सूची जारी नहीं कर पाई है।
मुख्यमंत्री का बयान शोभा नहीं देता
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शिग्गावी के कार्यकर्ता सम्मेलन में कुश्ती लडऩे के लिए जो भी आना चाहे आएं कहकर बयान दिया है। ऐसा बयान उन्हें शोभा नहीं देता। बोम्मई को एक बार हानगल निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव, विधान परिषद चुनाव को याद करना चाहिए। अगर आपने विकास किया है तो आपको अभिनेता सुदीप के सहारे की क्या जरूरत थी। 23 हजार राउडी शीटर्स के खिलाफ मामला वापस लेकर क्या वे इसे उपद्रवी राज्य में बदलने जा रहे हैं?
बगावत शांत करने के लिए बातचीत
उन्होंने कहा कि टिकट घोषित किए गए विधानसभा क्षेत्रों में बागी हुए असंतुष्टों से पार्टी नेता चर्चा कर रहे हैं। हमने पूर्व मंत्री मनोहर तहसीलदार से पार्टी में बने रहने का अनुरोध किया था। पार्टी ने उन्हें सभी मौके दिए हैं। श्रीनिवास माने को सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिकट की घोषणा की गई है। हमें विश्वास है कि तहसीलदार अपना फैसला बदलेंगे और कांग्रेस में वापसी करेंगे।
पार्टी कहे तो नहीं भागेंगे
सलीम अहमद ने कहा कि वे शिग्गावी-सवनूर निर्वाचन क्षेत्र के लिए कांग्रेस के टिकट के दावेदार नहीं हैं। उनकी विधान परिषद सदस्यता के लिए उनके पास 5 वर्ष और शेष हैं। स्थानीय लोगों को टिकट देने को लेकर विचार चल रहा है। पार्टी का आदेश अंतिम है। अगर पार्टी चुनाव में खड़े होने को कहती है तो वे नहीं भागेंगे।
शिग्गावी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लडऩे के लिए 14 लोगों ने आवेदन किया था। इनमें पूर्व विधायक अज्जमपीर कादरी समेत 8 उम्मीदवारों की सूची तैयार कर उसे स्क्रीनिंग कमेटी को भेजा गया है। वहां उपयुक्त उम्मीदवार को लेकर चर्चा होती है। 8 प्रत्याशी भी सीएम को हराने का दम रखते हैं।
संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक अज्जमपीर कादरी, पूर्व सांसद मंजुनाथ कुन्नूर, पूर्व मंत्री रुद्रप्पा लमाणी, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष कोट्रेेशप्पा बसेगन्नी, नगर परिषद अध्यक्ष संजीवकुमार नीरलगी, केपीसीसी सचिव प्रकाशगौड़ा पाटिल, एसवी पाटिल, एमएम मैदुर, डॉ. संजय डांगे, प्रकाश हादिमनी आदि उपस्थित थे।
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सूची में मेरा नाम नहीं है : कादरी
संवाददाता सम्मेलन के बाद पूर्व विधायक अज्जमपीर कादरी ने पत्रकारों से पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी को भेजी गई 8 दावेदारों की सूची में मेरा नाम नहीं है। उस सूची में केवल चार नाम हैं, सोमन्ना बेविनमारद, संजीवकुमार नीरलगी, षण्मुख शिवल्ली, यासिर खान पठान के नाम मात्र हैं।