
आरडी पाटिल ने की कर्नाटक लोकायुक्त से शिकायत
पीएसआई घोटाला
कलबुर्गी. पीएसआई अवैध भर्ती मामले के मुख्य आरोपी आरडी पाटील ने कहा कि उसने पीएसआई अवैध भर्ती मामले से बचने के लिए सीआईडी के जांच अधिकारी डीएसपी शंकर गौड़ा पाटिल को 76 लाख रुपए दिए हैं। इस बारे में आरोपी आरडी पाटिल ने कर्नाटक लोकायुक्त से शिकायत की है।
शिकायत के साथ 8.4 मिनट का ऑडियो पेन ड्राइव दिया गया है, इस संबंध में आर.डी. पाटिल के भाषण का ऑडियो सोमवार रात को पाटिल युवा ब्रिगेड नाम के फेसबुक पेज से अपलोड किया गया है।
उन्होंने एक फेसबुक वीडियो बयान में कहा है कि शंकरगौड़ा पाटील ने केस जारी नहीं रखने के लिए मुझसे 3 करोड़ रुपए मांगे थे परन्तु मैं इतने पैसे का इंतजाम नहीं कर पाऊंगा चाहे तो 76 लाख रुपए का भुगतान करूंगा कहकर मैंने बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से पैसा निकाला और अपने साला श्रीकांत के जरिए उन्हें दिया था। मुझे जमानत मिलने के बाद भी, शंकरगौड़ा और उनके अधीनस्थ कर्मचारी मेरे घर आए और मुझे बाकी पैसे देने के लिए परेशान किया।
शंकरगौड़ा पाटिल ने आरोपों का किया खंडन
शंकरगौड़ा पाटील ने कहा कि आर.डी. पाटील जिस घटना के बारे में कहा जाता है कि मैंने पाटिल से बात की थी वह पिछले जुलाई में हुई थी। एसीबी ने भी आरोप की जांच की और इसे निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। जांच अधिकारियों का मनोबल गिराने के लिए आर.डी. पाटिल की ओर से रची गई नियोजित रणनीतियों में यह भी एक है। कई बार उसने अपने समर्थकों को मेरे पीछे लगाकर हमला करने का प्रयास भी किया है। इन सबका सामना कर मामले को एक स्तर तक लाने की हमें खुशी है।
ऑडियो में क्या है?
आठ मिनट चार सेकेंड के वीडियो में आर. डी पाटिल का भाषण मात्र साफ सुनाई दे रहा है। सामने वाले व्यक्ति की आवाज अस्पष्ट है। कुछ करो, मुझे बाहर निकालो। मेरे लिए हर दिन महत्वपूर्ण दिन है। लंदन में मेरा एक भक्त है। मैं उनसे पैसे की व्यवस्था करूंगा। दो अन्य जांच अधिकारियों प्रकाश राठौड़ और वीरेंद्र कुमार को भी पैसे दूंगा।
शिकायत नहीं मिली
कलबुर्गी लोकायुक्त एसपी. एआर कर्नूल ने कहा कि आरडी पाटील की शिकायत लोकायुक्त को भेजे जाने की जानकारी नहीं है। कभी-कभी लोकायुक्त ही मामले की जांच करते हैं। जरूरत पड़ी तो वे इसे हमें भी सौंप देते हैं।
सीआईडी अधिकारियों की पकड़ में नहीं आकर फरार होने के आरोप से जुड़े एक मामले में आरडी पाटील ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर हुआ था। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।