राजस्व मंत्री कृष्ण बैरेगौड़ा ने कहा
कारवार. राजस्व मंत्री कृष्ण बैरेगौड़ा ने कहा कि उत्तर कन्नड़ सहित भूस्खलन और समुद्री कटाव की समस्या से जूझ रहे जिलों में आपातकालीन कार्य के लिए जल्द ही 800 करोड़ रुपए का अनुदान स्वीकृत किया जाएगा।
कुमटा स्थित तहसीलदार कार्यालय में कंप्यूटरीकरण प्रक्रिया का अवलोकन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए बैरेगौड़ा ने कहा कि छह जिलों में भूस्खलन की समस्या गंभीर है और रिटेनिंग वॉल बनाने का काम करना जरूरी है। इसके लिए 500 करोड़ रुपए अलग रखे जा रहे हैं। तीन तटीय जिलों में समुद्री कटाव की समस्या को रोकने के लिए 300 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि रिटेनिंग वॉल का निर्माण समेत प्राकृतिक आपदा निवारण के लिए केंद्र सरकार के वित्त विभाग से अनुदान जारी करने में देरी हुई है। केंद्र को पहले ही पत्र लिखा जा चुका है।
बैरेगौड़ा ने कहा कि राज्य में लगभग 1,500 स्थानों पर वर्षामापी केंद्र खराब स्थिति में हैं। उनकी मरम्मत का काम किया जाएगा। अगर मशीनें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, तो नई मशीनें लगाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि राजस्व अभिलेखों का कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है। अभिलेख लोगों के लिए आसानी से सुलभ बनाए जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य अगले 6 महीनों के भीतर सभी राजस्व अभिलेखों का कंप्यूटरीकरण करना है।
बैरेगौड़ा ने सिरसी तालुक में बेण्णेहोले पुल और भूस्खलन हुए कुमटा तालुक के देवीमने घाट क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने देवीमने घाट में अवरोधक बनाए बिना राजमार्ग का काम शुरू करने के लिए आरएनएस इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के अधिकारियों को फटकार लगाई।
इस अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री मंकाल वैद्य, विधायक भीमन्ना नायक और दिनकर शेट्टी उपस्थित थे।