कर्नाटक में 20.40 लाख किसानों का पंजीकरण

फसल बीमा योजना, कलबुर्गी जिला पहले स्थान पर

कलबुर्गी. कर्नाटक राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत इस वर्ष किसानों ने बड़े पैमाने पर भाग लिया है। विशेष रूप से कलबुर्गी जिले के किसानों ने योजना के प्रति उत्साह दिखाते हुए पूरे राज्य में पहले स्थान पर जगह बनाई है।

राज्यभर में इस खरीफ सीजन के अंतर्गत कुल 20.40 लाख किसानों ने बीमा योजना के लिए पंजीकरण कराया है, और उन्होंने मिलकर लगभग 362.05 करोड़ रुपए की प्रीमियम राशि जमा की है। इस कुल संख्या में से कलबुर्गी जिले का हिस्सा 14.35 फीसदी है।

हावेरी जिला 2.39 लाख किसानों के पंजीकरण के साथ दूसरे स्थान पर है। दक्षिण कन्नड़ जिला 1.58 लाख किसानों के साथ तीसरे स्थान पर है। बेंगलूरु शहरी जिला केवल 91 किसानों के पंजीकरण के साथ अंतिम स्थान पर है।

कलबुर्गी जिले का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि जब जागरूकता और प्रशासनिक समन्वय हो, तो किसान योजनाओं का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। फसल बीमा योजना ने न केवल किसानों को सुरक्षा दी है, बल्कि भविष्य की कृषि को भी स्थिरता प्रदान की है।

कलबुर्गी में रिकॉर्ड पंजीकरण

इस बार कलबुर्गी जिले में 29 जुलाई तक 2.93 लाख किसानों ने फसल बीमा योजना के लिए नाम दर्ज कराया, जो अब तक का सर्वाधिक है। 2024-25 में 2.04 लाख और 2023-24 में 1.62 लाख किसानों ने बीमा लिया था, इसकी तुलना में यह एक नया कीर्तिमान है। 31 जुलाई अंतिम तारीख थी जब किसानों को खरीफ सीजन की फसलों जैसे, तुअर, मक्का, ज्वार, बाजरा, उड़द, मूंग, सोयाबीन, तिल, मूंगफली, कपास, सूरजमुखी, हल्दी समेत कुल 13 फसलों के लिए बीमा लाभ लेने का अवसर मिला।

प्रीमियम संरचना

कुल बीमा राशि का 10 प्रतिशत प्रीमियम (किश्त) देना होता है। इसमें किसान का हिस्सा 2 प्रतिशत, राज्य सरकार और केंद्र सरकार का योगदान 4-4 प्रतिशत होता है।

जागरूकता ही सफलता का राज

किसानों की जागरूकता और कृषि विभाग, बैंक, ग्राम सेवा केंद्रों आदि के सामूहिक प्रयासों से जिले ने राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है।
फौजिया तरन्नुम, जिलाधिकारी, कलबुर्गी

3 साल में 953 करोड़ रुपए का बीमा लाभ

मई महीने से ही किसानों में फसल बीमा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया था। जिला प्रशासन, बैंकर्स, पीकेपीएस, ग्राम वन केंद्रों के माध्यम से बैठकें आयोजित कर बीमा पंजीकरण को बढ़ावा दिया गया। गांवों में बस स्टॉप और सार्वजनिक स्थानों पर प्रचार जिंगल्स चलाए गए। इसी संगठित प्रयास से कलबुर्गी ने यह उपलब्धि हासिल की। पिछले 3 वर्षों में कलबुर्गी जिले के किसानों ने 58.93 करोड़ रुपए की प्रीमियम राशि अदा की है, जबकि इस दौरान उन्हें 953 करोड़ रुपए का बीमा लाभ मिला है।
समद पटेल, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, कलबुर्गी

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