पीयूसी परीक्षाएं 1 से 20 मार्च तक
हुब्बल्ली. जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि पीयूसी परीक्षाएं 1 से 20 मार्च तक होंगी और जिले के 27,830 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 13,100 छात्र और 14,730 छात्राएं हैं। कला वर्ग से 5,413, वाणिज्य वर्ग से 8,464 और विज्ञान वर्ग से 13,958 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। जिले में कुल 173 कॉलेज हैं और 41 परीक्षा केंद्र खोले गए हैं। परीक्षा के लिए प्री-यूनिवर्सिटी (पीयूसी) शिक्षा विभाग के उप निदेशक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
शहर के सर्किट हाउस में पत्रकारों को जानकारी देते हुए जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि परीक्षा केंद्रों के लिए मुख्य परीक्षा अधीक्षक, संयुक्त मुख्य अधीक्षक, उत्तर पुस्तिका निरीक्षक तथा स्थानीय सतर्कता दल, तालुक सतर्कता दल और जिला सतर्कता दल के सदस्यों की नियुक्ति के लिए कदम उठाए गए हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों। जिले में कोई भी संवेदनशील या अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र नहीं है।
उन्होंने कहा कि हेस्कॉम अधिकारियों को परीक्षा के दिन निर्बाध विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं को डाक के जरिए मूल्यांकन केंद्रों तक भेजने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। कोषागार अधिकारियों को परीक्षा के दिन निर्धारित समय पर प्रश्नपत्र जमा करवाकर रूट अधिकारियों को वितरित करवाने के लिए उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि रूट अधिकारियों के वाहनों में जीपीएस लगाया जाएगा। प्रश्नपत्र प्राप्त करने और परीक्षा के दिन अभ्यर्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए जिला स्तर पर तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें अतिरिक्त जिलाधिकारी, उप निदेशक, स्नातक शिक्षा विभाग और जिला कोषागार, धारवाड़ के अधिकारी शामिल हैं। जिले में कुल 15 रूट चिन्हित किए गए हैं, प्रत्येक रूट के लिए 3 अधिकारियों की कमेटी बनाई गई है तथा 45 अधिकारियों को रूट अधिकारी नियुक्त किया गया है। कर्नाटक स्कूल परीक्षा एवं मूल्यांकन बोर्ड प्रत्येक परीक्षा केंद्र के लिए स्थानीय सतर्कता दल, तालुक सतर्कता दल और जिला सतर्कता दल नियुक्त करता है। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर सीसीटीवी लगाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों की गतिविधियों को देखने के लिए जिला पंचायत धारवाड़ कार्यालय में लाइव वेबकास्टिंग प्रणाली स्थापित की गई है। जिला कोषागार में सुरक्षित गोपनीय सामग्री को देखने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में सीसीटीवी कक्ष स्थापित किया गया है। इसकी 24 गुणा 7 निगरानी के लिए कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। पीयूसी परीक्षाओं के संबंध में भय, चिंता और शंकाओं को दूर करने के लिए पहले ही कई कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश पाटिल ने कहा कि जिले में एसएसएलसी और पीयूसी परीक्षाओं को पारदर्शी और नियमानुसार आयोजित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। मिशन विद्याकाशी परियोजना के कारण जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
संवाददाता सम्मेलन में डीसीपी महानिंग नंदगावी, प्री-यूनिवर्सिटी शिक्षा विभाग के उप निदेशक सुरेश के.पी. और डीडीपीआई एसएस केलदिमठ उपस्थित थे।