घाटे में चल रही एनडब्ल्यूकेआरटीसी बचत पर विचार
4 की जगह 2 रंग लगाने से निगम को करीब 50 लाख रुपए की बचत
हुब्बल्ली. एक समय परिवहन निगम की बसों को लाल बस के नाम से जाना जाता था परन्तु बदले हुए दौर में नीले, हरे, नारंगी जैसे विभिन्न रंगों की बसें सडक़ पर आ गईं।
अब उत्तर कर्नाटक की जीवनरेखा कही जाने वाली उत्तर पश्चिम कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम (एनडब्ल्यूकेआरटीसी) की बसें, फिर से लाल रंग में परिवर्तित हो रही हैं। इसका कारण वह घाटा है जो पिछले कई वर्षों से निगम झेल रहा है।
50 लाख रुपए की बचत होगी
एनडब्ल्यूकेआरटीसी को पिछले कई सालों से आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है परन्तु अब इस निगम के प्रमुखों ने आर्थिक बोझ से बचने के लिए एक नई योजना बनाई है। वित्तीय बोझ को कम करने के लिए उत्तर पश्चिम कर्नाटक सडक़ परिवहन निगम के तहत नई शामिल बसें अब लाल और सिल्वर रंग की होंगी, जबकि हरे रंग की बसें धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी। इससे निगम को करीब 50 लाख रुपए की बचत होगी।
बसों को नया लुक
इसे संयोग ही कहा जा सकता है कि अपनी रजत जयंती मना रहे निगम ने नई बसों में भी नया रंग अपनाया है। रंग क्यों बदला? यह प्रश्न स्वाभाविक रूप से उठता है। पहले से ही परिवहन कर रही बसें अधिकतर हल्के हरे रंग की हैं, बीच में लाल, पीली पट्टी और छोटी हल्की चांदी के रंग की रेखाएं हैं। निगम में आने वाली नई बसें अधिकतर लाल रंग की हैं। इसमें सिल्वर कलर डालकर बस को नया लुक दिया गया है। खिडक़ी के नीचे एक पीली रेडियम पट्टी लगाई गई है।
हरी बसें धीरे-धीरे बंद हो जाएंगी
अधिकारियों का कहना है कि पिछले 25-26 वर्षों से हरे रंग की बसें चल रही हैं। इनके कबाड़ में जाने तक यही रंग की होंगी, इसे बदला नहीं जाएगा। केवल नई बसें लाल होंगी। हरी बसें धीरे-धीरे बंद हो जाएंगी।
375 नए रंग की बसें
फिलहाल निगम में पहले चरण में 40 बसें आ चुकी हैं, जो सभी लाल और सिल्वर रंग की हैं। अगामी दिनों में शामिल होने वाली 375 बसें भी इसी रंग की होंगी। कुल मिलाकर हरे समेत चार तरह की पेंटिंग से भारी आर्थिक बोझ पड़ेगा। साथ ही बसों के लिए इन चार रंगों को डिजाइन करने में भी अधिक समय लगता है परन्तु अब नई बसें लाल-सिल्वर रंग की होंगी और इन पर निगम को कम से कम 50 लाख रुपए की बचत होगी। साथ ही दो कलर डिजाइन बनाने में भी बहुत कम समय लगता है। इसलिए रंग बदल दिया गया है।
–भरत एस, प्रबंध निदेशक, उत्तर पश्चिम कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम