20 दिनों में 38 बिल्लियों की मौत

पॉलीक्लिनिक में 68 बिल्लियों का इलाज

रायचूर. बर्ड फ्लू के प्रकट होने और गायब होने के बाद, रायचूर जिले में बीस दिनों की अवधि में 68 बिल्लियां संक्रमित हुईं और 38 बिल्लियों की जान चली गई है।

पशु चिकित्सकों ने बताया कि एफपीवी संक्रमण से पीडि़त बिल्लियों को मालिक उपचार के लिए पॉलीक्लिनिक में ला रहे हैं। पशु चिकित्सकों की एक टीम बाह्य रोगी विभाग में बिल्लियों का इलाज कर रही है। इस संक्रमण से ग्रस्त बिल्लियां गंभीर रूप से निर्जलित हो रही हैं। बिल्लियां तेज बुखार और वायरस के विशिष्ट उपचार के अभाव के कारण मर रही हैं।

एफपीवी अधिक घातक

डॉक्टरों ने कहा कि फेलिन पैनलेकोपेनिया वायरस (एफपीवी) के कारण बिल्लियां अचानक निर्जलित हो रही हैं। यह वायरल संक्रमण सतहों पर लंबे समय तक रहता है इस कारण एफपीवी अधिक घातक है।

मालिक लगातार अपनी बिल्लियों को इलाज के लिए ला रहे हैं

पशुपालन एवं पशु चिकित्सा सेवा विभाग के रायचूर पॉलीक्लिनिक के उप निदेशक डॉ. एस.एस. पाटिल ने कहा कि एक बिल्ली का पहली बार इलाज 1 मार्च को किया गया था। इसके बाद मालिक लगातार अपनी बिल्लियों को इलाज के लिए ला रहे हैं। अब तक कुल 68 संक्रमित बिल्लियों का इलाज किया जा चुका है। इनमें से 38 बिल्लियां इलाज के दौरान मर गईं। अब प्रतिदिन एक या दो मालिक अपनी पालतू बिल्लियों को उपचार के लिए पॉलीक्लिनिक में ला रहे हैं।

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