515 आंगनबाडिय़ों को मिला अपना भवनजिलाधिकारी फौजिया तरन्नुम बी.।

जिले में पहली बार एक साथ भवन निर्माण को अनुमति
प्रत्येक को 23 लाख रुपए खर्च
कलबुर्गी. जीर्ण-शीर्ण आंगनबाड़ी भवनों में बच्चों को डर के साए में पढ़ाई करने से रोकने के लिए कदम उठाने वाले महिला एवं बाल विकास विभाग ने पहली बार जिले में रिकॉर्ड 515 आंगनबाड़ी भवनों के लिए नए भवनों का निर्माण करा रहा है।
बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए केंद्र सरकार की एकीकृत बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के तहत जिले में 3420 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें से अभी तक केवल 1960 आंगनबाडिय़ों के पास ही अपने भवन हैं। बाकी स्कूल भवनों, सामुदायिक सभाभवन और पंचायत भवनों में चल रहे हैं, जबकि 1,159 आंगनबाड़ी किराए के भवनों में चल रहे हैं।

200 आंगनबाड़ी भवनों को मंजूरी दी थी

मंत्रिमंडल की 17 सितम्बर को आयोजित बैठक में प्रत्येक को 23 लाख रुपए की लागत के हिसाब से 515 सर्वसुविधायुक्त आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण को स्वीकृति दी गई है। तदनुसार, जिलाधिकारी ने मौजूदा आंगनबाडिय़ों के पास सरकारी भूमि आवंटित की है। इसके चलते यह पहली बार है कि इतनी सारी आंगनबाडिय़ों को निर्माण का अवसर मिल रहा है। विभागीय अधिकारियों को याद है कि पूर्व में तत्कालीन जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अनिरुद्ध श्रवण ने एक बार में 200 आंगनबाड़ी भवनों को मंजूरी दी थी।

औसतन 30 गुणा 40 माप के भूखंड स्वीकृत

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं खोलने के सरकार के फैसले का विरोध किया था। इसके बजाय, उन्होंने आंगनबाडिय़ों में कक्षाएं आयोजित करने की जिद पर अडे थे। इसे ध्यान में रखते हुए, नए भवनों में कक्षा-कक्ष, रसोईघर, खाद्य भंडारण कक्ष और दो शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। भवन निर्माण के लिए औसतन 30 गुणा 40 माप के भूखंड स्वीकृत किए गए हैं।

कुल 23 लाख रुपए खर्च

इन आंगनबाड़ी भवनों को महिला एवं बाल विकास विभाग की आईसीडीएस योजना के तहत 7 लाख रुपए, कल्याण कर्नाटक क्षेत्रीय विकास बोर्ड (केकेआरडीबी) 8 लाख रुपए और महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के तहत 8 लाख रुपए सहित कुल 23 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं।

515 आंगनबाडिय़ों के लिए भवन बनाए जाएंगे

जिले में आंगनबाडिय़ों के लिए सुसज्जित भवन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न हिस्सों में उपलब्ध स्थलों की पहचान के लिए कई बैठकें आयोजित की गई थीं। अब 515 आंगनबाडिय़ों के लिए भवन बनाए जाएंगे।
फौजिया तरन्नुम बी., जिलाधिकारी

स्थल चिन्हित किए हैं

जिले में 2475 आंगनबाडिय़ों के लिए सुसज्जित भवन उपलब्ध करवाए गए हैं। लंबित आंगनवाडिय़ों के भवनों के निर्माण के लिए शहरी क्षेत्र में 120 व ग्रामीण क्षेत्र में 75 स्थल चिन्हित किए गए हैं।
राजकुमार राठौड़, उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग

जिलाधिकारी ने की लगातार निगरानी
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आंगनबाड़ी भवनों के लिए भूमि उपलब्ध कराना जिला प्रशासन के लिए एक चुनौती बनी हुई थी। नए भवन के लिए स्थल मौजूदा आंगनबाड़ी क्षेत्र से 200 मीटर के अंदर ढूंढना था। इसके लिए तहसीलदार, तालुक पंचायत के कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद आयुक्त, नगर परिषद मुख्य अधिकारी, ग्राम लेखाधिकारी और विभाग के अधिकारी हर सप्ताह बैठकें कर अपने अधिकार क्षेत्र में सरकारी भूमि के बारे में जानकारी देते थे। इसकी निगरानी जिलाधिकारी फौजिया तरन्नुम करती थीं। यही कारण है कि मंत्रिमंडल की बैठक शुरू होने तक आंगनबाड़ी भवनों की स्वीकृति के लिए स्थल सूची के साथ प्रस्ताव सौंपना संभव हो सका।

आंगनबाड़ी केंद्रों की जानकारी
तालुक — आंगनबाड़ी
अफजलपुर — 75
आलंद — 73
चिंचोली — 54
चित्तापुर — 26
कलबुर्गी ग्रामीण — 74
कलबुर्गी शहर — 95
जेवर्गी — 80
सेडम — 11
शहाबाद — 27
कुल — 515

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *