बल्लारी. कन्नड़ साहित्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेश जोशी ने कहा कि कन्नड़ भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 88वां अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन दिसंबर में बल्लारी में आयोजित किया जाएगा।
वे मंगलवार को बल्लारी में 88वें अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन के आयोजन पर प्रारंभिक बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि कन्नड़ साहित्य सम्मेलन कन्नड़ लोगों और साहित्य प्रेमियों के लिए प्रेरणास्रोत है। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य कन्नड़ के इतिहास को बढ़ावा देना और भाषा का विकास करना है। इससे पहले अविभाजित बल्लारी जिले में 1920, 1926, 1938, 1947 और 1958 में पांच साहित्यिक सम्मेलन आयोजित हो चुके हैं।
जोशी ने कहा कि दिसंबर में मौसम और जलवायु अच्छी होती है, इसलिए आयोजन पर किसी भी तरह से असर नहीं पड़ेगा। इस सम्मेलन की सफलता के लिए सरकार, जनप्रतिनिधियों और संगठनों को मिलकर काम करना चाहिए। बल्लारी जिले के प्रथम जिलाधिकारी रहे सर थॉमस मुनरो के परिवार के सदस्यों को इस सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा।
जिलाधिकारी प्रशांतकुमार मिश्रा ने कहा कि जिले में आयोजित 88वें अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन के भव्य एवं सुव्यवस्थित आयोजन को लेकर जिला प्रभारी मंत्री से चर्चा की जाएगी।
इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. वीजे शोभारानी, कन्नड़ साहित्य परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ. निष्ठी रुद्रप्पा और अन्य उपस्थित थे।