धारवाड़ जिले का जायजा लेने आए पूर्व उपमुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
हुब्बल्ली. पूर्व उपमुख्यमंत्री गोविंद कारजोल ने कहा कि कांग्रेस धोखा देकर सत्ता में आई है। शहर में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कारजोल ने कहा कि पहले एक समय था जब घर से पैसा खर्च करके चुनाव कराए जाते थे परन्तु अब कांग्रेस ने सरकारी खजाना लूट कर निर्वाचित हुई है। लोगों से वादा किया और उन्हें पार्टी के पैसे के बजाय सरकारी खजाने से दिया। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, उपमुख्यमंत्री डीके सिवकुमार ने अपने पैसे से गारंटी योजना लागू नहीं की। सरकारी खजाने का पैसा खर्च कर धोखाधड़ी करके सत्ता में आए हैं। सरकार बने छह माह बीत चुके हैं, किसी प्रकार का कोई विकास नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि राज्य में सूखे का प्रकोप है। रबी और मानसून ने हाथ दे दिया है। धारवाड़ जिले में ही 2 लाख 20 हजार हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है। सरकार बोरवेल के इस्तेमाल के लिए बिजली मुहैया कराने का काम ठीक से नहीं कर रही है। किसानों को 2 घंटे बिजली देने की बात कर रहे हैं परन्तु दो घंटे भी ठीक से बिजली नहीं दे रहे हैं। पूर्व में जब हमारी सरकार थी तो हम हर साल बिजली बेचकर सरकारी खजाने में 2-3 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। परन्तु कांग्रेस ने गारंटी के नाम पर लोगों को धोखा देकर घूमी है परन्तु यह नहीं सोचा कि बारिश नहीं होने पर बिजली की समस्या होगी। इस सरकार के पास कोई दूरदर्शिता नहीं है। यदि पहले ही कोयला खरीद कर भंडारण कर लिया गया होता तो हमें बिजली की समस्या नहीं होती। सिद्धरमय्या दाढ़ी में आग लगने के बाद कुआं खोदने का काम कर रहे हैं। अब कोयला खरीदने जा रहे हैं तो कुछ नहीं होगा।
कारजोल ने कहा कि राज्य में बिजली की कमी के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और उपमुख्यमंत्री डीके सिवकुमार जिम्मेदार हैं। कांग्रेस ने हर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा करना फैशन बना लिया है।
उन्होंने कहा कि आज जिले के चार तालुकों के लोगों ने रोजगार की तलाश में पलायन किया है। किसानों के लिए पशुधन पालना कठिन हो गया है। चारा नहीं मिल रहा है। सरकार को चारा बैंक बनाकर मवेशियों के लिए चारा उपलब्ध कराना चाहिए था परन्तु ऐसा नहीं किया है। पीने के पानी की समस्या उपजी है, सरकार ने इसके समाधान के लिए कोई काम नहीं किया है।
तबादलों में जुटी कांग्रेस सरकार, सूखे से परेशान जनतागोविंद कारजोल ने लगाया आरोप
पूर्व मंत्री गोविंद कारजोल ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में जहां सूखे का प्रकोप है, वहीं राज्य सरकार तबादलों की फसल काटने में व्यस्त है। सूखे ने लोगों को प्रभावित किया है, परन्तु कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों को नहीं।अधिकारियों का ट्रांसफर करना, परेशान करना और उनसे पैसे मांगना सरकार का काम बन गया है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहले कभी नहीं हुए उतने तबादले इस वर्ष हुए हैं। तबादलों की बंपर फसल काटने वाली सत्ताधारी पार्टी को सूखे से जूझ रहे लोगों की दुर्दशा का अंदाजा नहीं है। लोग सरकार को आरोपी की स्थिति में रखने के लिए तैयार हैं, भाजपा इसका समर्थन कर रही है।
दिल से नहीं कहा
कारजोल ने कहा कि डी.के. शिवकुमार अगर मुख्यमंत्री बनते हैं तो उनका समर्थन करने के एचडी कुमारस्वामी के इस बयान को गंभीरता से नहीं लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह बात होठों से कही है, दिल से नहीं। राजनेताओं की दो प्रवृत्तियां होती हैं।
एक मस्तिष्क से बोलते हैं दूसरा दिल से बोलते हैं। मस्तिष्क से बोलना असत्य है। दिल से बोलना सच होता है। इसके अलावा कुमारस्वामी और डी.के. शिवकुमार की दोस्ती कैसी है हर कोई जानता है। संवाददाता सम्मेलन में विधायक महेश टेंगिनकाई, एमआर पाटिल समेत कई उपस्थित थे।

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