फिलहाल सिर्फ एक नर्स और स्वास्थ्य कर्मी ही कार्यरत
पूर्व मुख्यमंत्री बोम्मई का पैतृक गांव
हुब्बल्ली. मंजूरी के दस साल बाद भी, कुंदगोल तालुक के कमडोल्ली गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के लिए इमारत को मंजूरी नहीं मिलने के कारण काम नहीं कर रहा है। मौजूदा स्वास्थ्य एवं क्षेम केंद्र (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) में फिलहाल सिर्फ एक नर्स और स्वास्थ्य कर्मी ही कार्यरत हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एस.आर. बोम्मई और बसवराज बोम्मई के पैतृक गांव की यह अव्यवस्था है। कुंदगोल को जिले में ही पिछड़ा तालुक कहा जाता है। यह तालुक में सबसे अधिक आबादी वाले (लगभग 15 हजार) गावों में से एक है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में निजी डॉक्टर तो हैं, परन्तु सरकारी अस्पताल सपना सपना बनकर ही रह गया है। स्थानीय राजनीतिक खींचतान की कीमत गरीबों को चुकानी पड़ रही है।
मृगतृष्णा ही बनकर रह गया
गांव के लिए स्वीकृत स्वास्थ्य केंद्र को विभिन्न कारणों से 2012 में रद्द किया गया था। फरवरी 2014 में सरकार ने इस आदेश को वापस लेते हुए स्वास्थ्य केंद्र को पुन: मंजूर किया था। बसवराज बोम्मई ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए दो एकड़ जमीन भी दान में दी है परन्तु अब तक स्थाई भवन का निर्माण मात्र मृगतृष्णा ही बनकर रह गया है।
चुनाव के बाद भूल जाते हैं
गांव के नेता जगदीश सम्शी ने बताया कि हमने समस्या को लेकर पूर्व में तत्कालीन विधायक सी.एस. शिवल्ली, एस.आई. चिक्कनगौडर, कुसुमावती शिवल्ली के ध्यान में लाया था। वर्तमान विधायक एम.आर. पाटिल के ध्यान में भी लाया है। कमडोल्ली के लोगों की जरूरत तभी होती है जब चुनाव होता है, उसके बाद उन्हें भूला दिया जाता है।
सरकार को लिखा था पत्र
वीरनगौड़ा पाटिल ने बताया कि जनता दर्शन कार्यक्रम में जिला प्रभारी मंत्री संतोष लाड को ज्ञापन सौंपा गया है। हमने इसे जिला स्वास्थ्य अधिकारी के ध्यान में भी लाया है। जब बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री थे, तब हमने सरकार को पत्र भी लिखा था।
गांव के नेता रुद्रप्पा ख्यातगौडर ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं है। सांप के काटने पर, दुर्घटना होने पर, प्रसव के दौरान तालुक केंद्र कुंदगोल अस्पताल जाना पड़ता है।
जल्द शुरू किया जाएगा
समस्या संज्ञान में आई है। हमने इस बारे में सोचा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा।
–एमआर पाटिल, विधायक, कुंदगोल
जवाब आते ही निर्माण कार्य होगा शुरू
अस्पताल स्वीकृत होने के बाद भी भवन नहीं होने के बारे में हमने सरकार के ध्यान में लाया है। वहां से जवाब आते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
–शशि पाटिल, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, धारवाड