सूखे के कारण जल विद्युत संयंत्रों में बिजली उत्पादन न्यूनतम स्तर पर
पंजाब को बिजली नहीं देगी कंपनी
हुब्बल्ली. इस साल सूखे के कारण राज्य को अतिरिक्त बिजली की जरूरत है, इसलिए राज्य सरकार के निर्देश पर उडुपी जिले के पडुबिद्री की अदानी इलेक्ट्रिसिटी कंपनी भी अपने उत्पादन की पूरी बिजली राज्य को आपूर्ति करेगी।
दो महीने पहले राज्य सरकार ने बिजली अधिनियम की आपातकालीन शर्त (धारा 11) लागू कर सूखे के कारण राज्य में बिजली की मांग बढऩे के बारे में बताया था। इसके चलते अदानी कंपनी ने पंजाब को बिजली नहीं देने का फैसला किया है।
एल्लूरु गांव में कंपनी के दो प्लांट हैं जिनकी कुल बिजली उत्पादन क्षमता 1,200 मेगावाट है। समझौते के मुताबिक, कंपनी कर्नाटक को 1,015 मेगावाट और पंजाब को 185 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रही है।
बिजली की कमी कुछ हद तक दूर हो सकती है
एक अधिकारी का कहना है कि राज्य में बारिश की कमी के कारण जल विद्युत संयंत्रों में बिजली उत्पादन न्यूनतम स्तर पर है। अगर अदानी कंपनी से अतिरिक्त बिजली मिल जाए तो बिजली की कमी कुछ हद तक दूर हो सकती है।
इस प्रकार है बिजली दर
कंपनी राज्य के एस्कॉम्स को 5 से 6 रुपए प्रति यूनिट बिजली दे रही है। इसके अलावा पंजाब को 8 रुपए प्रति यूनिट चार्ज कर रही थी।
फिलहाल कंपनी ने अपने प्लांट में बिजली पैदा करने के लिए कोयले का पर्याप्त स्टॉक भी रखा है। राज्य सरकार ने एस्कॉम्स के पिछले बकाया करीब 3,000 करोड़ रुपए में से करीब 1,350 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। बाकी पैसे का भुगतान भी जल्द होने की संभावना है।
आपूर्ति की प्रक्रिया शुरू
अदाणी पावर प्लांट से उत्पादित बिजली को राज्य के भीतर आपूर्ति करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार के अगले आदेश तक ऐसा ही जारी रहेगा।
–किशोर अल्वा, अध्यक्ष, कार्यकारी निदेशक, अदानी समूह
सितंबर से यह अतिरिक्त है
फिलहाल बिजली की कोई कमी नहीं है। पनबिजली उत्पादन रखरखाव के कारण जुलाई-अगस्त के महीनों में कमी थी। सरकार के निर्देशानुसार अब यूपीसीएल प्रदेश के भीतर बिजली आपूर्ति कर रहा है। सितंबर से यह अतिरिक्त है।
– पद्मावती, प्रबंध निदेशक, मेस्कॉम