आधे को ही रुका सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम
स्थानांतरित नहीं हुई निगरानी इकाई
हुब्बल्ली. अपराध और दुर्घटना के मामलों को रोकने के लिए गदग जिले के गजेंद्रगढ़ के 19 प्रमुख स्थानों पर हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम आधे को ही रुक गया है, इसका कोई रखरखाव नहीं हो रहा है। इसके चलते गजेंद्रगढ़ कस्बे को कैमरे से निगरानी में रखने का सपना साकार नहीं हो पाया है।
व्यापारिक नगरी के नाम से मशहूर गजेंद्रगढ़ में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 2021 में पुलिस विभाग और तत्कालीन विधायक कलकप्पा बांड़ी ने रुची दिखाते हुए सांसद अनुदान में 20 लाख की लागत से शहर के 19 स्थानों पर 40 अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शिवमोग्गा की कंपनी को दिया गया था। इसके मुताबिक कंपनी ने पहले से तय की गई ज्यादातर जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
सीसी कैमरे लगाने के लिए निर्धारित स्थान
शहर के केके सर्कल, एपीएमसी, बस स्टैंड, पुर्तगेरी क्रॉस, चन्नम्मा सर्कल, टीटीडी कल्याण मंडप के पास, शिवाजी सर्कल, अंबेडकर सर्कल, दुर्गासर्कल, बसवेश्वर सर्कल, बजरंगदल सर्कल, कोल्लीयवर क्रास, रंग मंदिर के पास, ईदगाह मैदान के पास, जवली प्लॉट, हिरेमनी प्लॉट, अलंकार टॉकीज के पास, रंगरेजी अस्पताल के पास कुल 19 स्थानों पर लगाए गए थे।
कोल्लीयवर सर्कल, रंग मंदिर के पास, गदग रोड पर टीटीडी कल्याण मंडप के पास, चन्नम्मा सर्कल और पुर्तगेरी क्रांस के पास सीसीटीवी कैसरा लगाने वाले सीसी बेड मात्र लगाए गए हैं। अब तक कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। साथ ही, इन सभी कैमरों का रखरखाव (निगरानी) पुराने पुलिस थाना भवन में है और इसे नए पुलिस थाने में स्थानांतरित नहीं किया गया है। इसके चलते कस्बे में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी होने पर भी कोई फायदा नहीं है, जिससे जनता में नाराजगी बनी हुई है।
सीसीटीवी कैमरे हाईटेक क्यों?
शहर के महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए गए कैमरे 90 दिनों के डेटा बैकअप और बैटरी वाले अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे हैं, साथ ही बुलेट रोटेट और स्टिल सीसी कैमरों के साथ शहर में आने-जाने वाले लोगों वाहनों का पंजीकरण नंबर भी की पहचान करने के उद्देश्य से शहर में प्रवेश करने वाली सडक़ों पर उच्च रिज़ॉल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगाना था। इसके अलावा ज्यादा ट्रैफिक और विरोध प्रदर्शन होने वाली जगहों जैसे कालकालेश्वर सर्किल, अंबेडकर सर्किल और बस स्टैंड के पास सीसीटीवी कैमरा और लाउडस्पीकर लगाकर पुलिस थाने में ही बैठकर माइक के जरिए निर्देश और संदेश देने की योजना भी इस कार्य में शामिल थी।
सीसी कैमरे का रख-रखाव किसे करना चाहिए?
कस्बे में 2021 में लगे सीसी कैमरों के रखरखाव की जिम्मेदारी शिवमोग्गा की कंपनी के पास सिर्फ एक साल की थी। यह पिछले साल ही समाप्त हुई है। अब यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या इनका रखरखाव नगर पालिका को करना चाहिए या पुलिस विभाग को। कुछ महीने पहले पुलिस विभाग ने नगर पालिका को पत्र लिखकर सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव के लिए अलग से अनुदान देने को कहा था।
नगर पालिका को पत्र लिखा है
जिला पुलिस विभाग ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे पुलिस विभाग को हस्तांतरित नहीं किए गए हैं। इसके चलते पुराने पुलिस थाने में स्थित रखरखाव इकाई को नए पुलिस थाने में स्थानांतरित नहीं किया गया है। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव के संबंध में नगर पालिका को पत्र लिखा गया है।
अधिकारियों के ध्यान में लाया जाएगा
नगर पालिका सीसी कैमरों का रख-रखाव कर सकती है या नहीं, इस संबंध में दस्तावेजों की जांच करने के साथ इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों के ध्यान में लाया जाएगा।
–रेणुका देसाई, मुख्य अधिकारी, नगर पालिका, गजेंद्रगढ़