हुब्बल्ली. छात्रा नेहा की हत्या की निंदा करते हुए साधु संतों और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने शनिवार को शहर के चन्नम्मा सर्कल पर विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने आरोपी को तुरंत सजा देने, महिलाओं और छात्राओं को सुरक्षा उपलब्ध करने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर फकीर दिंगलेश्वर स्वामी ने कहा कि भाजपा इस मामले का राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है, जो नीचता की पराकाष्ठा है। मानवता को शर्मिंदा करने वाला कार्य हुआ है। नेहा की हत्या को कई नेता अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके पीछे कौन है, इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार को ऐसे मामलों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। जिम्मेदारी के साथ बर्ताव करना चाहिए। राज्य और केंद्र सरकार क्या कर रही है इसकी चिंता करनी चाहिए। एक पक्ष लव जिहाद कह रहा है तो दूसरा पक्ष व्यक्तिगत कह रहा है। क्या आप नैतिक रूप से अपने पद पर बने रहने के योग्य हैं?
दिंगलेश्वर स्वामी ने कहा कि ऐसे मामलों में शामिल लोगों को त्वरित सजा देने के लिए कानून में बदलाव लाना चाहिए। शिक्षा में नीति और कानून का कोई भय नहीं है। बच्चों को शिक्षा और नीति के मूल्य से अवगत कराना चाहिए। जब तक आरोपी को कड़ी सजा नहीं मिलती, तब तक कोई भी धरती पर आजादी से नहीं रह सकता।
उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अगर कोई इस मामलों को चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है, तो उन्हें अपना रास्ता बदलना होगा। बयान देने वाले नेताओं के परिवार की बेटी होती तो क्या होता? कुछ लोग कह रहे हैं कि छात्रा का आचरण ठीक नहीं था। यह अक्षम्य है।
सवनूर के चन्नबसव स्वामी ने कहा कि नेहा की हत्या का इस्तेमाल राजनीतिक दलों को अपने फायदे के लिए नहीं करना चाहिए। इसे कानून पर छोड़ देना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को अपनी प्रतिष्ठा के लिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आरोपी को जल्द सजा मिलनी चाहिए।
वकील कोरेशेट्टर ने कहा कि कानून के सभी पहलुओं का इस्तेमाल करते हुए आरोपी को कड़ी सजा देनी चाहिए। इसका उपयोग अपराधी को दंडित करने के लिए नहीं करना चाहिए, राजनीति के लिए नहीं करना चाहिए। अपराधी चाहे किसी भी धर्म का हो, अपराधी अपराधी ही है। हम सभी को मानवता और बसव संस्कृति को बनाए रखने के लिए लडऩा चाहिए। इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।
माली चन्नप्पा ने कहा कि अगर कोई आरोपी को जमानत दिलवाने की पेशकश करते हैं तो उनके घर के सामने प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
नेहा हिरेमठ की रिश्तेदार श्रीनिधि हिरेमठ ने कहा कि मुझे भी घर से बाहर निकलने में डर लग रहा है। पता नहीं कब कौन आकर चाकू चला दे। महिलाओं और छात्रों के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। कॉलेज में भी कोई सुरक्षा नहीं है।
बन्नद मठ के स्वामी, शिग्गांव के संगन बसव स्वामी, धारवाड़ मुरुघा मठ के स्वामी, कुंदगोल के बसवन्नज्जा और हावेरी, गदग, धारवाड़ के विभिन्न मठों के प्रमुख उपस्थित थे।
