मंत्री मधु बंगारप्पा ने किया समर्थन
हुब्बल्ली. शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि निर्दोष लोगों के घरों की तलाशी लेकर उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जाने के कई उदाहरण हैं, ऐसे में पुरानी हुब्बल्ली पुलिस थाने पर हुई हिंसा के मामले को वापस लेना सरकार का सही फैसला है। भाजपा को विरोध करें या अदालत में जाएं।
धारवाड़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बंगारप्पा ने कहा कि चाहे हुब्बल्ली हिंसा हों, चाहे मुडा मामला हो इसमें कौन सी पार्टी शामिल है यह महत्वपूर्ण नहीं है, कानून के तहत हर किसी को मौका पाने का अधिकार है। इसके चलते इसे मौका देना चाहिए। कानून में मौका होने के कारण हुब्बल्ली हिंसा मामला वापस लिया गया है। इसे गलत नहीं कहा जा सकता।
भाजपा के खिलाफ हैं 29 फीसदी मामले
मुडा मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने पदयात्रा की है। इसी भाजपा पर कितनी एफआईआर दर्ज हैं इसे जरा देखना चाहिए। केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ 39 फीसदी मामले हैं और उन्हें जेल के अंदर रखा जाना चाहिए था। उनसे इस्तीफा मांगना चाहिए था। मुडा मुद्दे पर पदयात्रा करने वालों को अपने चुनाव में दिए गए शपथ पत्र को खोलकर देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के परिवार का भूखंड वापस करना उनकी सबसे बड़ी विशेषता है। इस बात से खुश होना चाहिए, परन्तु इस्तीफा मांगना कहां तक सही है। प्रेरणा ट्रस्ट में पैसा आने के बाद ही येडियूरप्पा को मुख्यमंत्री बनाया था। उनके पास वॉशिंग मशीन है इस लिए बनाया था। उसमें डालते ही हर कोई सफेद हो जाता है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अतिथि शिक्षकों और रसोई सहायकों का वेतन बढ़ाना चाहिए। इस बारे में सीएम से बात की है। शिक्षक कड़ी मेहनत करते हैं। हम उनका वेतन बढ़ाने के लिए कार्रवाई करेंगे।
मंत्री मधु बंगरप्पा ने कहा कि आगामी उपचुनाव में आलाकमान अच्छा निर्णय लेगा। हम चुनाव में जाएंगे और अपने उम्मीदवारों को जिताएंगे।
