हुब्बल्ली-धारवाड़ में सार्वजनिक मूत्रालय की कमीधारवाड़ के मछली बाजार में स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत निर्मित शौचालय।

जुड़वां शहरों में धीमी गति से चल रहा मूत्रालयों का निर्माण

हुब्बल्ली. हुब्बल्ली और धारवाड़ जुड़वां शहरों में स्वच्छ भारत मिशन 2.0 परियोजना के तहत शौचालयों और मूत्रालयों का निर्माण धीमी गति से चल रहा है। जनवरी 2024 में काम शुरू होने के बाद से, स्वीकृत 17 मूत्रालयों और एक शौचालय में से केवल 10 का ही निर्माण पूरा हो पाया है।
यह कार्य स्वच्छ भारत मिशन 2.0 परियोजना के तहत केंद्र और राज्य सरकारों से प्राप्त 46.08 लाख रुपए के अनुदान से शुरू किया गया है। 2018 से अब तक हुब्बल्ली में 10 स्थानों पर मूत्रालयों का निर्माण किया जा चुका है। धारवाड़ मछली बाजार में करीब 25 लाख रुपए की सहायता से हाईटेक शौचालय बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही इसका उद्घाटन होने की उम्मीद है।

यहां हो रहे निर्माण

हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की ओर से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मूत्रालयों का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में, हुब्बल्ली के कुबसद गली, पुरानी हुब्बल्ली, एसएम कृष्णा नगर, बैरीदेवरकोप्पा, अमरगोल एपीएमसी के पास, खादी ग्रामोद्योग के पास, बेंगेरी साप्ताहिक सब्जी मंड़ी मैदान, वृंदावन कॉलोनी और टाउन हॉल के सामने पुरुषों के लिए मूत्रालयों का निर्माण किया गया है।
धारवाड़ में पद्मावती थियेटर के पास, मालमड्डी, सप्तापुर, नेहरू नगर, केलगेरी, हुब्बल्ली के दुर्गादबैल, गोकुल रोड और शिरूर पार्क में मूत्रालयों के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित की गई है परन्तु यहां अभी तक मूत्रालय नहीं बनाया गया है। मूत्रालयों की कमी के कारण जनता परेशान है। सार्वजनिक स्थानों और गलियों में मजबूर में पेशाब कर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।

हाईटेक शौचालय का निर्माण

स्वच्छ भारत मिशन 2.0 योजना के तहत धारवाड़ में मछली बाजार के पास एक हाईटेक शौचालय (आकांक्षी शौचालय) बनाया जा रहा है। इसमें शॉवर की सुविधा वाले बाथरूम, स्पर्श रहित फ्लशिंग, हैंड ड्रायर, स्तनपान कक्ष, स्वचालित सैनिटरी नैपकिन भस्मक मशीन (स्वचालित सेनेटरी नैपकिन इंसिनिरेटर मशीन), विकलांगों के लिए अलग शौचालय और व्हीलचेयर शामिल होंगे।

उचित प्रबंधन हो

हुब्बल्ली निवासी महेश मेलगड़े का कहना है कि जुड़वां शहरों में पहले बनाए गए अधिकांश मूत्रालय और शौचालय उपयोग के लायक नहीं हैं। वे साफ नहीं हैं और बदबू से भरे हैं। इन तथा नवनिर्मित मूत्रालयों की प्रतिदिन सफाई करनी चाहिए। इनका उचित प्रबंधन करना चाहिए।

महिलाओं के लिए बनाएं सार्वजनिक शौचालय

चन्नम्मा सर्किल बाजार क्षेत्र में कोई सार्वजनिक शौचालय और मूत्रालय नहीं हैं। यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में आम लोग आते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों की कमी के कारण विशेषकर महिलाओं को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महानगर निगम को प्रमुख स्थानों पर महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालय बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
सुवर्णा कल्लकुंटला, पार्षद, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

कुछ लोग कर रहे मूत्रालयों के निर्माण का विरोध

भीड़भाड़ वाले इलाकों में मूत्रालय बनाए जा रहे हैं। नगर निगम की जमीन पर मूत्रालय और शौचालय बनाए जाने चाहिए। स्थानीय लोग और आसपास के निवासी कुछ क्षेत्रों में मूत्रालयों के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। वे लोगों से अन्यत्र मूत्रालय बनाने का आग्रह कर रहे हैं, उनका कहना है कि मूत्रालय बनने से बदबू फैलेगी और संक्रामक बीमारियां फैलेंगी। इसके कारण शेष सात मूत्रालयों के निर्माण में देरी हुई है।
विजयकुमार, कार्यकारी अभियंता, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी

जुड़वां शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर मूत्रालयों का निर्माण कार्य चल रहा है। महिलाओं के लिए सार्वजनिक स्थानों पर शौचालयों के निर्माण के संबंध में अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी।
रुद्रेश घाली, आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

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