
पानी में फूले हुए चावल देख भ्रमित हो रहे लोग
खाने से कतरा रहे ग्रामीण
ब्यालाळ गांव में हैं 350 राशन कार्ड
राशन के चावल से खाना बनाने से डर रहे हैं
सरकार कर रही फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति
चावल के प्रत्येक 50 किलो बैग में आधा किलो पौष्टिक चावल
हुब्बल्ली. खाद्य पदार्थों में मिलावट की समस्या बढ़ती जा रही है और लोगों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री तलाशनी पड़ रही है। अभी यह घटना धारवाड़ जिले के नवलगुंद तालुक के ब्यालाळ गांव में हुई है, जहां स्थानीय लोगों को डर है कि प्लास्टिक राशन चावल आ गया है।
खाना बनाते समय राशन के चावल में प्लास्टिक का चावल आया जानकर ग्रामीणों में हडक़ंप मच है और उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी है। पूरे गांव में राशन के चावल में प्लास्टिक के चावल मिला है जानकर ग्रामीण चावल बनाकर खाने से डर रहे हैं।
फिलहाल ब्यालाळ गांव में वर्तमान में 350 राशन कार्ड हैं और वे सभी परिवार राशन के चावल पकाने से डर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि संबंधित अधिकारियों को तत्काल राशन की दुकान का दौरा कर वहां दिए जा रहे चावल की जांच करनी चाहिए।
राशन की दुकान पर फोर्टिफाइड चावल को प्लास्टिक चावल कहकर लाभार्थियों ने चावल खरीदने से मना करने की घटना घटी है। बाद में, अधिकारियों ने उस जगह का दौरा कर फोर्टिफाइड चावल होने की बात बताकर भ्रम दूर किया।
सरकार की अन्नभाग्य योजना के तहत वितरित राशन में प्लास्टिक के चावल होने की गलत सूचना और जानकारी के अभाव में राशन के लाभार्थी चिंतित थे। राशन के चावल में खीरे की बीज की तरह के चावल नजर आने पर प्लास्टिक के चावल होने का संदेह हुआ और राशन लेने के लिए लाइन में खड़े लाभार्थियों ने खौफ से आपस में बात की और राशन की दुकानदार से चावल लेने से मना करने की घटना हुई थी।
सूचना मिलते ही खाद्य निरीक्षक जगदीश कुरुबर और मंजुला आकलद ने मौके पर पहुंचकर जानकारी दी कि सरकार आम लोगों में कुपोषण दूर करने और उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने के उद्देश्य से अन्नभाग्य योजना के तहत समृद्ध (फोर्टिफाइड) चावल का वितरण कर रही है। चावल के प्रत्येक 50 किलो बैग में पोषक तत्वों (विटामिन ए और डी आयरन, फोलिक एसिड, बी कॉम्प्लेक्स, जिंक और आयोडीन) से भरपूर समृद्ध चावल आधा किलो मिश्रित कर वितरित किया जा रहा है।
अधिकारियों ने कहा कि फोर्टिफाइड चावल में चावल के कुछ दाने भीगने पर फूलने से लोग डर रहे हैं परन्तु यह एनीमिया, कुपोषण, डायबिटीज, बीपी जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। राशन का यह गर्भवती महिलाओं, जच्चा और छोटे बच्चों के पोषण को बढ़ाता है। साथ ही शरीर को ठंडा रखता है। इसलिए किसी को चिंता नहीं करनी चाहिए। राशन के दुकानदारों और लाभार्थियों को इसकी जानकारी दी जाएगी।
इस मौके पर राशन के लाभार्थी मालप्पा गौडर ने कहा कि पूर्व में अन्नभाग्य चावल में प्लास्टिक के चावल आने की खबर फैली थी। यह अब भी लोगों के जहन में है। ऐसे में चावल में पौष्टिक चावल मिलाए जाने की जानकारी नहीं देना हमें खौप और भय पैदा किया है। इस बारे में विभाग को हर राशन के दुकानदार और राशन के लाभार्थियों को जानकारी देनी चाहिए।