भाजपा नेता एवं सांसद गोविंद कारजोल ने कहा
कलबुर्गी. भाजपा नेता एवं सांसद गोविंद कारजोल ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस जहां मुख्यमंत्री पद के लिए अंदरूनी कलह के कारण शासन करने में विफल रही, वहीं भाजपा भी आंतरिक कलह के कारण विपक्षी दल के तौर पर विफल रही है।
एससीपी-टीएसपी धन के दुरुपयोग के खिलाफ भाजपा की ओर से बुधवार को आयोजित प्रदर्शन में भाग लेने के लिए पहुंचे कारजोल संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए दलितों, लिंगायतों और वोक्कालिगाओं के बीच भीषण प्रतिस्पर्धा के कारण प्रशासन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इसलिए कोई विकास कार्य नहीं हो रहा है। दूसरी ओर, विपक्षी भाजपा को सरकार की विफलताओं के खिलाफ सडक़ों पर उतरकर बड़े पैमाने पर लड़ाई लडऩी चाहिए, वह भी शहर के बाहर खड़े होकर आपस में लड़ रही है। इसके चलते सत्तारूढ़ पार्टी के तौर पर कांग्रेस और विपक्ष के तौर पर भाजपा विफल हो गई है।
कारजोल ने कहा कि भाजपा का विवाद दिल्ली वाले सुलझा लेंगे। इसी तरह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे को पहल करते हुए दलित को मुख्यमंत्री बनने का अवसर प्रदान करना चाहिए। पहले कहा जा रहा था कि दलित खरगे को मुख्यमंत्री बनना चाहिए परन्तु
उन्होंने ऐसा नहीं किया। अब दलितों को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला है। कांग्रेस भविष्य में तीन का आंकड़ा पार नहीं करेगी। इसके चलते दलित समुदाय से डॉ. जी. परमेश्वर, सतीश जारकीहोली और मुनियप्पा इनमें से किसी एक को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। एआईसीसी अध्यक्ष को पहल करनी चाहिए और इतिहास बनाना चाहिए।
कारजोल ने रहस्यमय ढंग से कहा कि यदि मुख्यमंत्री का झगड़ा राजनीतिक उथल-पुथल में बदल जाता है तो भाजपा चुप नहीं बैठेगी। यह नहीं कहा जा सकता कि यहां भी महाराष्ट्र जैसा ही होगा परन्तु जब तेल की बात आती है, तो हम अपनी आंखें बंद नहीं करेंगे।