रमेश जारकिहोली ने दी जानकारी
बसनगौडा पाटील यत्नाल के निष्कासन का मामला
बेलगावी. विधायक रमेश जारकिहोली ने कहा कि हम आलाकमान को पत्र लिखकर बसनगौड़ा पाटील यत्नाल के निष्कासन की पुन: जांच करने का अनुरोध करेंगे। हमने इस संबंध में 28 मार्च शुक्रवार को बेंगलूरु में सभी असंतुष्टों से मिलने का फैसला किया है।
बेलगावी में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए रमेश जारकिहोली ने कहा है कि हमें विश्वास है कि यत्नाल वापस लौटेंगे और भाजपा में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि यत्नाल के खिलाफ कार्रवाई अपेक्षित है। इसके अलावा हमारे विरोधी गुट को भी चेतावनी दी गई है। पहले ही आलाकमान की कार्रवाई के हमें संकेत मिले थे। यत्नाल हमारी पार्टी के बड़े नेता हैं। हम पार्टी के फैसले पर सवाल उठाने जितने बडे नहीं हैं। हम सब मिलकर इस पर चर्चा करेंगे। हम आलाकमान को पत्र लिखकर यत्नाल के खिलाफ की गई कार्रवाई पर पुनर्विचार करने का अनुरोध करेंगे।
जारकिहोली ने कहा कि यत्नाल एक बड़े समुदाय के नेता हैं। भाजपा को उनकी क्षमता का उपयोग करना चाहिए था। हमने भी मंच पर पार्टी नेताओं के खिलाफ बोला है। सोमशेखर को भी नोटिस जारी किया गया है, लेकिन यत्नाल पर ज्यादा प्यार है। इसीलिए उन्होंने यत्नाल को निष्कासित किया है। हम इसे पार्टी का प्रेम मानते हैं।
उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए मैं और यत्नाल समेत हमारी टीम के सभी सदस्य भाजपा में ही रहेंगे। हमारे भाजपा छोडऩे का कोई सवाल ही नहीं है। अगली बार अपनी सरकार लाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। हम राजनेता हैं, हमारी भी कुछ समस्याएं हैं। अब हम सभी यत्नाल के साथ दृढ़ता से खड़े हैं। यत्नाल अकेले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने केंद्र के शीर्ष-10 नेताओं में से एक से बात की है। भाजपा हमारे लिए पिता और माता समान है। हमें राष्ट्रीय नेताओं पर भरोसा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यत्नाल को फिर से भाजपा में शामिल करलेंगे।
जारकिहोली ने कहा कि मैं इस मामले में विजयेंद्र के बारे में कुछ नहीं कहूंगा। मैंने अतीत में उनके बारे में जो कुछ भी कहा था, मैं उस पर कायम हूं।