फिर से जीर्ण-शीर्ण हुआ जनता बाजार परिसरहुब्बल्ली में जनता बाजार मार्केट कॉम्प्लेक्स का भूतल गंदा और बदबूदार है और शराबियों का अड्डा बन गया है।

दुकानें आवंटित हुए 5 महीने होने पर भी व्यापार नहीं कर रहे फूल-फल-सब्जी व्यापारी

हुब्बल्ली. शहर में चन्नम्मा सर्कल के पास जनता बाजार में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बनाया गया नया परिसर (मार्केट कॉम्प्लेक्स) अब फिर से जीर्ण-शीर्ण हो गया है, बदबू और बदबू आ रही है। जगह-जगह गुटखा खाकर थूकने के दाग हैं। सड़ते हुए भोजन, सड़ी हुई सब्जियों के अवशेष, इधर-उधर बिखरा कचरा और पेशाब की बदबू के कारण स्थिति बहुत खराब हुई है।

कुछ जगहों पर खिड़कियां टूट गई हैं। शौचालय के पाइप, वॉश बेसिन और कमोड के कुछ हिस्से भी बदमाशों ने तोड़ दिए हैं। कुछ जगहों पर तार भी खींच दिए गए हैं। फूल-फल-सब्जी की दुकानें आवंटित हुए 5 महीने हो गए हैं, परन्तु यहां कोई भी व्यापार नहीं कर रहा है।

हुब्बल्ली में प्रमुख सब्जी, फल, फूल और किराना बिक्री केंद्रों में से एक जनता बाजार अभी भी भीड़भाड़ वाला क्षेत्र है। 18.50 करोड़ रुपए की लागत से बनी 3 मंजिला इमारत के अंदर जहां खामोशी छाई हुई है, वहीं बाहर चलने की जगह तक नहीं है, इतनी भीड़ के बीच व्यापार जोरों पर चल रहा है।

कारोबार शुरू नहीं हुआ

व्यापारियों का कहना है कि स्टॉल आवंटित होने के बाद व्यापारी दो सप्ताह तक आए परन्तु ग्राहक परिसर के अंदर आकर खरीदारी नहीं कर रहे थे। इसलिए उनके द्वारा लाया गया माल नहीं बिका। इसके चलते व्यापारी अब यहां नहीं बैठ रहे हैं। चूंकि व्यापारियों ने नीलामी मूल्य अधिक होने के कारण स्टॉल आवंटन प्रक्रिया पर रोक लगाने के लिए अदालत में स्थगन आदेश लाया है, इसलिए अभी तक दुकानों में कारोबार शुरू नहीं हुआ है। इसलिए ग्राहक नहीं आ रहे हैं। कारोबार तभी शुरू होगा, जब सभी दुकानें पूरी तरह से खुलेंगी।

5 साल से कारोबार बंद

व्यापारियों ने कहा कि नए जनता बाजार परिसर में पार्किंग क्षेत्र में पानी जमा होने की समस्या का अभी तक समाधान नहीं हुआ है। चूंकि यहां यूजीडी का पानी आ रहा है, इसलिए समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए योजना बनाने की जरूरत है। इस क्षेत्र में 5 साल से कारोबार बंद है, इसलिए इसे फिर से शुरू करने में समय लगंगा।

नीलामी प्रक्रिया पूरी हो

भाजपा नेता प्रकाश बुरबुरे ने कहा कि परिसर के बाहर बैठे व्यापारियों को अंदर बैठकर व्यापार करने के लिए राजी करना जरूरी है। स्टॉल की नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद व्यापार शुरू हो सकता है।

केवल 121 दुकानें बनाई हैं

नए परिसर में कुल 177 दुकानें बनाई जानी थीं। केवल 121 बनाई गई हैं। फूल, फल, सब्जी और दाल व्यापारियों को 121 स्टॉल आवंटित किए गए हैं। महानगर निगम ने कहा है कि 56 को परिसर के बाहर जमीन आवंटित की जाएगी, परन्तु ऐसा अभी तक नहीं हुआ है।
प्रेमनाथ चिक्कतुंबल, मानद अध्यक्ष, जनता बाजार सुपरमार्केट लघु व्यापारी संघ

नगर निगम आयुक्त से अपील की है

जनता बाजार परिसर की तीसरी मंजिल पर नगर निगम का जोन कार्यालय-9 लाया जाए तो लोगों को फायदा होगा। इस संबंध में हमने नगर निगम आयुक्त से अपील की है।
सुनीता बुरबुरे, पार्षद, वार्ड संख्या 65, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

व्यापारियों का सहयोग जरूरी

नए जनता बाजार परिसर में दुकान आवंटन की नीलामी के लिए व्यापारियों ने स्थगन आदेश लाया है। स्टॉल आवंटित होने के बावजूद छोटे व्यापारी व्यापार करने नहीं आ रहे हैं। स्टॉल व्यापारियों का कहना है कि स्टॉल खुलने के बाद ही वे आएंगे। स्थगन आदेश हटने के बाद परिसर की पूरी तरह सफाई की जाएगी और खराब हो चुके उपकरण व सामग्री लगाई जाएगी। व्यापारियों के सहयोग से ही परिसर का सदुपयोग हो सकता है। नगर निगम के जोन कार्यालय को भी इसी परिसर में शिफ्ट करने की मांग की जा रही है। इस पर नगर निगम की आमसभा में चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
रुद्रेश घाली, आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

मछली बाजार भी बदहाल

नगर निगम की ओर से गणेशपेट में 6.40 करोड़ रुपए की लागत से मछली बाजार भवन का निर्माण कराए जाने के एक साल बाद यह भी बदहाल हो गया है। पहले इस जगह पर 54 दुकानें थीं। मौजूदा नई इमारत में केवल 36 दुकानें ही बनी हैं। इसके चलते सभी मछली व्यापारियों ने निर्णय लिया है कि वे नई इमारत में तभी व्यापार शुरू करेंगे, जब आवश्यक संख्या में दुकानें बन जाएंगी। हमने इस संबंध में नगर निगम आयुक्त और वार्ड पार्षदों से अपील की है।
दादाहयात खैराती, अध्यक्ष, हुब्बल्ली मछली व्यापारी संघ

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