सड़क विस्तार के लिए 300 पेड़ों की कटाईसिरसी तालुक के माविनकोप्पा के समीप सिरसी-हावेरी राजमार्ग के विस्तार के लिए काटे गए पेड़।

सडक़ निर्माण कंपनी ने शुरू की पेड़ों को हटाई

कुल 74 किमी सडक़ विस्तार

22 किमी सडक़ सिरसी तालुक से होकर गुजरेगी

अन्यत्र पेड़ लगाने के लिए भूमि का चिन्हित

सिरसी. वन विभाग ने सागरमाला परियोजना के तहत सिरसी-हावेरी राजमार्ग (766ई) के विस्तार कार्य को शुरू करने की अनुमति दे दी है और सडक़ निर्माण के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों ने सडक़ के किनारे चिह्नित पेड़ों की कटाई का काम शुरू किया है। परियोजना के तहत करीब 300 बड़े पेड़ों को नष्ट किया जाएगा।

सिरसी-हावेरी राजमार्ग (766ई) पर कुल 74 किलोमीटर सडक़ विस्तार और सुधार कार्य किया जाना है। इसमें से 22 किलोमीटर सडक़ का काम सिरसी तालुक में किया जाना है।

अम्मापुर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तहत काम का ठेका दिया गया है। वर्षों बाद विस्तार कार्य करने वाली ठेकेदार कंपनी ने फिलहाल राजमार्ग विस्तार क्षेत्र में पेड़ों की कटाई का काम शुरू किया है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से कार्य का ठेका दिए जाने के बाद वन विभाग से सडक़ विस्तारीकरण के लिए पेड़ों की कटाई का अनुरोध किया गया था। तब पता चला कि पूरी सडक़ वन विभाग की जमीन पर है। इसलिए वन विभाग ने काम रोकने को कहा था।

अस्थायी कार्य का कोई फायदा नहीं

वर्षों से रखरखाव के अभाव में सिरसी-हावेरी सडक़ पूरी तरह से खराब हो गई थी और उस पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया था। फिलहाल, अधिकांश गड्ढों को अस्थायी रूप से बंद किया जा रहा है परन्तु जिस सडक़ पर रोजाना हजारों वाहन चलते हैं, वहां अस्थायी काम किसी काम का नहीं है। जिन इलाकों की हाल ही में मरम्मत की गई थी, वे बारिश के कारण फिर से गड्ढों में तब्दील हो रहे हैं। इसके चलते इस इलाके के नागरिक बारिश बंद होने पर स्थायी काम तुरंत शुरू करने की मांग कर रहे हैं।

चिह्नित पेड़ों को काट रहे हैं ठेकेदार

एक साल पहले ठेकेदार कंपनी ने वन विभाग से अनापत्ति पत्र प्राप्त करने के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा था। दस्तावेज सही तरीके से प्रस्तुत न किए जाने के कारण मंजूरी नहीं मिली थी। वन विभाग ने ही उचित दस्तावेज प्रस्तुत किए थे और वर्षों तक सरकारी स्तर पर चर्चा हुई थी। बाद में वन विभाग से अनुमति मांगी गई थी। अब काम शुरू करने की अनुमति मिल गई है और ठेकेदार चिह्नित पेड़ों को काट रहे हैं।

बारिश कम होते ही सभी पेड़ों को हटाया जाएगा

ठेकेदार का कहना है कि सडक़ पर माविनाकोप्पा और एक्कंबी के पास छोटे पेड़ों के साथ ही 3-4 फीट परिधि वाले जम्बे, मत्ती, सल्ले, बबूल जैसी विभिन्न प्रजातियों के पेड़ पहले ही काटे जा चुके हैं। काटे गए कुछ पेड़ों का परिवहन किया जा चुका है। शेष क्षेत्रों में पेड़ों को हटाने का काम अभी होना है। भारी बारिश के कारण पेड़ों की कटाई का काम पिछड़ा है। बारिश कम होते ही सभी पेड़ों को हटा दिया जाएगा।

वनरोपण का काम किया जाएगा

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि योजना के अनुसार, इस सडक़ के लिए नष्ट किए जाने वाले जंगल की जगह कहीं और वनरोपण करना चाहिए। इसके लिए पहले ही भूमि की पहचान कर ली गई है और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के माध्यम से वन विभाग को एक निश्चित राशि हस्तांतरित की गई है। उस राशि से वनरोपण का काम किया जाएगा। चिह्नित पेड़ों को छोडक़र किसी भी पेड़ को नष्ट नहीं करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

सडक़ को अस्थायी रूप से बनाए रखने के दिए निर्देश

ठेकेदार को राजमार्ग विस्तार कार्य करने की अनुमति पहले ही मिल चुकी है और ठेकेदार ने कहा है कि बारिश रुकने के बाद काम पूरे पैमाने पर शुरू किया जाएगा। तब तक, मैंने सडक़ को अस्थायी रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी, सांसद, उत्तर कन्नड़

 

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