अनुपमा शेनॉय का आरोप
मेंगलूरु. धर्मस्थल गांव में शवों को दफनाने के मामले की जांच के लिए एसआईटी प्रमुख के तौर पर प्रवीण मोहन्ती की नियुक्ति पर पूर्व पुलिस उपाधीक्षक अनुपमा शेनॉय ने आपत्ति जताई है।
शहर में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए अनुपमा ने कहा कि प्रणव मोहन्ती बलात्कार और नरबलि जैसे गंभीर मामलों की जांच के लिए उपयुक्त अधिकारी नहीं हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोहन्ती की नियुक्ति में के.जे. जॉर्ज का हाथ है और इससे पुलिस विभाग का नैतिक मनोबल भी प्रभावित हुआ है।
अनुपमा शेनॉय ने कहा कि जब डीवाईएसपी गणपति ने आत्महत्या की थी, उस समय उन्होंने के.जे. जॉर्ज के साथ आईपीएस अधिकारी ए.एम. प्रसाद और प्रणव मोहन्ती का भी नाम उल्लेख किया था।
उन्होंने मांग की कि जांच टीम की कमान दयानंद या डीजीपी डॉ. के. रामचंद्र राव जैसे अधिकारियों को सौंपनी चाहिए।
