मलेनाडु और करावली क्षेत्रों में बारिश और तेज हवा का कहर जारी
चिक्कोड़ी उपखंड के छह पुल जलमग्न
हुब्बल्ली. मलेनाडु और करावली क्षेत्रों में बारिश और तेज हवा का कहर जारी है। इससे भूस्खलन, पेड़ गिरने और कई जगहों पर सडक़ यातायात में बाधा उत्पन्न हुई है। तुंगा, भद्रा, हेमावती, कृष्णा, वेदगंगा, दूधगंगा जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
राज्यभर में पुष्य बारिश ने जोर पकड़ा है।
सकलेशपुर में भारी नुकसान
हासन जिले के सकलेशपुर तालुक में तेज हवाओं के कारण सैकड़ों पेड़ गिर गए और कई घरों की छतें उड़ गईं। शिराडी घाट पर राष्ट्रीय राजमार्ग-75 पर मारनहल्ली के पास पेड़ गिरने से हल्का भूस्खलन हुआ और कुछ समय तक यातायात बाधित रहा।
केआरएस डैम से 60,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा
मांड्या जिले के केआरएस जलाशय से 60,000 क्यूसेक से अधिक पानी कावेरी नदी में छोड़ा जा रहा है। इसके चलते जिला प्रशासन ने नदी किनारे के इलाकों में लोगों को जाने से मना किया है। श्रीरंगपट्टण के पश्चिमवाहिनी, स्नानघाट, जेबिहोळे, दोड्ड गोसाईघाट और कावेरी संगम में अस्थि विसर्जन पर रोक लगा दी गई है।
केआरएस जलाशय का स्तर फिलहाल 123.80 फीट है, जलाशय में 52,856 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है और 56,474 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
युवक की तलाश जारी
शिवमोग्गा में भद्रावती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे नई पुलिया पर पानी बह रहा है और यातायात बंद कर दिया गया है।
संगमेश्वर मंड़प पूरी तरह जलमग्न हुआ है।
शिवमोग्गा-भद्रावती रेल मार्ग पर भी पेड़ गिरने से ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही, जिसे रेलवे कर्मचारियों ने हटाकर बहाल किया। पिकअप वाहन सहित भद्रा नदी में बहे युवक शमंत की तलाश तीसरे दिन भी जारी है।
शृंगेरी में पानी में डूबे वाहन
चिक्कमगलूरु जिले के शृंगेरी में तुंगा नदी का जलस्तर बढऩे से कप्पे शंकर इलाका जलमग्न हो गया है। गांधी मैदान में पानी भर गया है, जिससे वाहन डूब गए हैं। कडूर तालुक का प्रसिद्ध मदगदकेरे जलाशय फिर से लबालब भर गया है।
लगातार बारिश से 40 फीसदी कॉफी फसल को नुकसान हुआ है। तुंगभद्रा जलाशय में 1.10 लाख क्यूसेक पानी की आवक हो रही है, जिसमें से 26 क्रस्ट गेट्स खोलकर 90,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है।
महाराष्ट्र में भी भारी बारिश
महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते बेलगावी जिले में कृष्णा, दूधगंगा और वेदगंगा नदियां उफान पर हैं। कृष्णा नदी में 97,000 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। चिक्कोडी उपखंड के छह पुल जलमग्न हुए हैं। घटप्रभा और मलप्रभा नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है।
बागलकोट जिले के महालिंगपुर में तीन पुलों के डूबे हैं। उत्तर कन्नड़ जिले में बारिश अब धीमी हो गई है और राहत शिविरों में रह रहे लोग घर लौट रहे हैं।