बेलगावी. वेतन संशोधन सहित विभिन्न मांगों को लेकर मंगलवार को बुलाई गई हड़ताल के कारण अधिकांश सरकारी बसें डिपो से बाहर नहीं आईं। यात्रियों, छात्रों और कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
केवल 30 फीसदी बसें आपातकालीन सेवाओं के लिए संचालित की जा रही हैं। महाराष्ट्र से आने वाली बसें बेलगावी पहुंचीं परन्तु यात्रियों को शहर से दूर ही उतारकर लौट गईं।
सरकार और यूनियन के बीच बातचीत विफल रही, जबकि हाईकोर्ट ने हड़ताल न करने का निर्देश दिया था, परन्तु यूनियन ने कहा कि सरकार ने उन्हें पक्षकार नहीं माना, इसलिए आदेश उनके लिए लागू नहीं होता।
अधिकारियों ने कहा कि हम कर्मचारियों को समझा रहे हैं। एहतियात के तौर पर निजी वाहन चालकों को समझाइशी की है।