एक साल बीतने पर भी शुरू नहीं हुआ संयंत्र
हुब्बल्ली. अमरगोल एपीएमसी मार्केट में जैविक सीएनजी गैस संयंत्र स्थापित करने की योजना को मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने पिछले वर्ष के बजट में घोषित किया था, अब तक कार्यान्वित नहीं हो पाई है। योजना की घोषणा हुए एक साल से अधिक समय बीत चुका है, परन्तु संयंत्र की स्थापना का कार्य शुरू नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री ने हुब्बल्ली सहित बेंगलूरु, मैसूर, बल्लारी, कोलार और चिक्कबल्लापुर की एपीएमसी मंडियों में प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले सब्जी, फूल और फलों के कचरे से जैविक सीएनजी गैस बनाने के लिए संयंत्र लगाने की घोषणा की थी। इसे सार्वजनिक-निजी साझेदारी के तहत बनाया जाना था।
2 एकड़ भूमि चिह्नित
घोषणा के बाद बेंगलूरु के एपीएमसी अधिकारियों ने अन्य जिलों के अधिकारियों के साथ कई बार वीडियो कॉन्फ्रेंस की और स्थान चयन की प्रक्रिया शुरू की। हुब्बल्ली एपीएमसी परिसर में मवेशी बाजार के पास 2 एकड़ भूमि चिह्नित भी की गई।
डीपीआर तैयार नहीं किया
मई 2024 में बेंगलूरु के अधिकारियों ने एक निजी एजेंसी को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए टेंडर देने की बात कही थी परन्तु अब तक कोई एजेंसी साइट पर नहीं पहुंची और डीपीआर तैयार नहीं किया गया।
“शून्य कचरा” सब्जी मंडी में बदलने का लक्ष्य
योजना के तहत प्रतिदिन बचने वाले ताजा कचरे से सीएनजी गैस बनाकर मंडी को “शून्य कचरा” सब्जी मंडी में बदलने का लक्ष्य था परन्तु इस परियोजना के लिए न तो बजट आवंटित किया गया और न ही समय सीमा तय की गई।
केवल प्रचार के लिए की गई घोषणा
एपीएमसी व्यापारियों का कहना है कि बजट में घोषणा के बावजूद, अनुदान और समय सीमा की कमी के कारण परियोजना पर काम आगे नहीं बढ़ा है, जिससे इसके रुकने की आशंका बढ़ गई है। यह घोषणा केवल प्रचार के लिए की गई थी।
औपचारिक प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हुई
सीएनजी संयंत्र की स्थापना से जुड़ी कोई भी औपचारिक प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हुई है।
–गुरुप्रसाद, सचिव, एपीएमसी, अमरगोल