केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लगाया आरोप
हुब्बल्ली. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने आरोप लगाया कि धर्मस्थल मामले में वामपंथियों की साजिश है और सरकार को तुरंत सतर्क होना चाहिए, वरना लोकतांत्रिक तरीके से उग्र आंदोलन किया जाएगा।
शहर में रविवार को पत्रकारों से बातचीत में जोशी ने कहा कि “धर्मस्थल हिंदुओं का धार्मिक आस्था केंद्र है और करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए मानसिक हमला किया जा रहा है। इसके लिए वामपंथियों का टूलकिट तैयार है। इस पर सरकार की कार्यशैली भी आपत्तिजनक है।”
उन्होंने कहा कि धर्मस्थल मामला हर दिन नया मोड़ ले रहा है। गवाह ने पहले 13 स्थानों पर शव दफनाने का दावा किया था, लेकिन अब 19 जगहों पर खुदाई हो रही है। गवाह रात में कहीं जाता है और सुबह आकर एक-एक जगह दिखाता है, और सरकार भी इसमें साथ दे रही है।
जोशी ने सवाल उठाया कि आम लोग अगर मवेशी चराने के लिए जंगल में जाते हैं तो वन विभाग उन पर मामला दर्ज करता है, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर जंगल में खुदाई के लिए क्या अनुमति ली गई है? उन्होंने कहा कि पहले शबरीमाला और तिरुपति में भी इसी तरह आरोप लगाकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई थी। अगर कोई अन्य धर्म के धार्मिक स्थल में शव दफनाने का आरोप लगाए तो क्या सरकार में वहां खुदाई करने की हिम्मत है?
बेंगलूरु को देश की राजधानी बनाने संबंधी उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बयान पर जोशी ने कहा कि मुंबई, दिल्ली, बेंगलूरु, चेन्नई समेत कई शहर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं और देश के विकास में योगदान दे रहे हैं। केंद्र सरकार सभी राज्यों और शहरों को समान रूप से अनुदान देती है, इसलिए डीके शिवकुमार के बयान को ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है।
मतदान धांधली मामले पर जोशी ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से राज्य चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने को कहा था, लेकिन वह सुरक्षा का बहाना बनाकर दिल्ली चले गए। वे लोकतंत्र पर आरोप लगाने वाले, अपरिपक्व, नकली गांधी परिवार के सदस्य हैं।
