हुब्बल्ली. शहर समेत तालुक के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
दिहाड़ी मजदूरों के लिए कोई काम करना संभव नहीं हो पा रहा है। खेती का काम, भवन निर्माण कार्य, पेंटिंग, गारा लगाने जैसे कई काम लगभग ठप पड़ गए हैं।
फुटपाथ व्यापारियों को भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। अपेक्षित संख्या में लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं। रोजाना शाम को परिवार सहित बाहर नाश्ता-खाने की आदत पर भी बारिश ने रोक लगा दी है।
जनता की शिकायत है कि लगातार बारिश के कारण हुब्बल्ली की अधिकांश सड़कों पर कीचड़ जमा हो गया है। बारिश इतनी तेज नहीं हो रही कि कीचड़ बहकर निकल जाए। कचरा निस्तारण भी ठीक से नहीं हो पा रहा है।
शहर के गोकुल मार्ग स्थित गोकुल औद्योगिक क्षेत्र में कचरा इकट्टा हो गया है। बारिश के कारण कचरा सड़कों पर फैल गया है, जिससे यातायात में परेशानी हो रही है।
अधूरी परियोजनाएं
अक्षय कॉलोनी सहित कई बस्तियों में सड़क और नालियों का निर्माण अधूरा पड़ा है। घरों के सामने नाली बनाने के लिए सड़क खोदकर वैसे ही छोड़ दी गई है। नतीजतन, सड़कें कीचड़ के तालाब जैसी हो गई हैं।
पेड़ गिरे
हुब्बल्ली के भाग्यलक्ष्मी नगर की दूसरी क्रॉस, धारवाड़ के लक्ष्मीनगर और हुब्बल्ली के गोकुल रोड के मंजुनाथ नगर में सोमवार देर रात तीन पेड़ गिर गए।
लगातार बारिश से 96 मकानों को नुकसान
जिले में पिछले 24 घंटों में 519 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। कलघटगी, धारवाड़, नवलगुंद, अन्निगेरी और कुंदगोल तालुकों में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है।
जिलाधिकारी दिव्य प्रभु ने कहा कि 1 से 18 अगस्त तक औसत से 67 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। बारिश के कारण अब तक जिले में 96 मकानों को नुकसान हुआ है। हालांकि, जनहानि या पशुहानि की कोई खबर नहीं है। फसल हानि की जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इस समय तुअर की फसल कटाई के लिए तैयार है, जिससे समस्या बढ़ गई है। मक्का, सोयाबीन और कपास की फसल को नुकसान नहीं हुआ है। यदि फसल हानि होती है तो नियमानुसार मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाएगा।
