हुब्बल्ली. मूरुसाविर मठ के गुरुसिद्ध राजयोगींद्र स्वामी ने कहा कि त्योहारों में डीजे का चलन हाल के वर्षों में शुरू हुआ है, जबकि हिंदू परंपरा में डोल, भजन और जग्गलगी की धुन ही असली डीजे है।
वे मंगलवार को शहर के सवाई गंधर्व सभाभवन में हुब्बल्ली-धारवाड़ पुलिस आयुक्तालय की ओर से गणेशोत्सव और ईद मिलाद के अवसर पर आयोजित सौहार्द सभा को संबोधित कर रहे थे।
स्वामी ने कहा कि रात 10 बजे तक डीजे की अनुमति है। कुछ गणेश समितियों ने समय बढ़ाने की मांग की है, मौका है तो विभाग दो घंटे की छूट देने पर विचार कर सकता है। हुब्बल्ली में सभी धर्मों के लोग प्रेम और विश्वास से त्योहार मना रहे हैं, जो सौहार्द्र का प्रतीक है।
मुस्लिम धर्मगुरु ताजुद्दीन कादरी ने कहा कि इस्लाम धर्म में लाउडस्पीकर की अनुमति नहीं है। इस वर्ष से इसे पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया गया है और अंजुमन संस्था से इसका प्रस्ताव पारित हुआ है।
गणेशोत्सव समितियों के महामंडल अध्यक्ष मोहन लिम्बिकाई ने मांग की कि गणेश प्रतिमा स्थापित पंडालों की सडक़ों पर वाहनों का आवागमन रोका जाए। चन्नम्मा चौक के पास चल रहे फ्लाईओवर निर्माण को रोककर बंद सडक़ें यातायात के लिए खोलनी चाहिए। गणेश प्रतिमा विसर्जन के समय धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए डीजे के उपयोग की अनुमति देनी चाहिए।
सभा में डीसीपी महानिंग नंदगावी, शहर तहसीलदार महेश गस्ते, महानगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त विजयकुमार, नगर निगम में विपक्ष के नेता इमरान यलिगार, उद्योगपति डॉ. वीएसवी प्रसाद, रमेशकुमार, अल्ताफ कित्तूर, महेंद्र सिंघी और गुरुनाथ उल्लिकाशी मौजूद थे।
पुलिस आयुक्त का कड़ा संदेश
पुलिस आयुक्त एन. शशिकुमार ने कहा कि जो लोग बार-बार अपराधों में शामिल होकर समाज की शांति भंग कर रहे हैं, उनकी सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही उन्हें जिला बदर (तडिपार) किया जाएगा। समाजविरोधी तत्व हर समुदाय में मौजूद हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष भी ईदगाह मैदान में गणेश प्रतिमा स्थापित की जा रही है। पारंपरिक संगीत के साथ सौहार्द्रपूर्वक त्योहार मनाना चाहिए।
गड्ढों वाली सडक़ों पर जनता का आक्रोश
सौहार्द्र सभा में विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं और संगठनों के प्रतिनिधियों ने नगर निगम पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हर साल त्योहारों के समय सडक़ों पर गड्ढों की समस्या बनी रहती है। इस बार भी नगर निगम ने कोई ध्यान नहीं दिया। नगर निगम अपनी जिम्मेदारी निभाए।
मुतवल्ली राजेसाब सिकंदर, संगीता देवदास, शेखरय्या मठपति, शिवानंद मुत्तण्णवर, अल्ताफ कित्तूर, मोहन लिम्बिकाई आदि ने सडक़ मरम्मत की जोरदार मांग की।
अन्य धर्मगुरुओं के विचार
ईसाई धर्मगुरु मैक्सिम डिसोजा ने कहा कि त्योहारों का उद्देश्य दिखावा या वैभव प्रदर्शन नहीं है, बल्कि शांति से उत्सव मनाकर समाज के लिए आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए।
सिख धर्मगुरु ज्ञानी गुरुवंत सिंह ने कहा कि शहर की अधिकांश सडक़ें गड्ढों से खराब हो चुकी हैं, इन्हें तुरंत दुरुस्त करना जरूरी है।
