पूर्व मंत्री बी.सी. पाटील ने लगाया आरोप
दावणगेरे. पूर्व मंत्री बी.सी. पाटील ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार आर्थिक रूप से दिवालिया हो चुकी है। जनता का ध्यान भटकाने के लिए धर्मस्थल के बारे में दुष्प्रचार कर हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया गया है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
पत्रकारों से बातचीत में पाटील ने कहा कि धर्मस्थल पर दुष्प्रचार सरकार की साजिश है। कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। किसी अज्ञात व्यक्ति की बातों के आधार पर 30 फीट गहरी खुदाई कर शव ढूंढने का प्रयास करना सरकार की मूर्खता की पराकाष्ठा है।
उन्होंने कहा कि वोट बैंक पक्का करने के लिए कांग्रेस अन्य धर्मों का तुष्टिकरण कर रही है और हिंदू धर्म को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है। मैंने पहले ही सोशल मीडिया पर लिखा था कि उस अनाम व्यक्ति की मानसिक स्थिति की जांच होनी चाहिए। अब जाकर सरकार को समझ आया और उसकी पृष्ठभूमि की जांच शुरू की है।
पाटील ने कहा कि सच यह है कि सरकार आर्थिक रूप से दिवालिया हो चुकी है और इसे छुपाने के लिए हर बार कोई नया मुद्दा उछाल रही है। कभी तिरुपति, कभी शबरीमला और अब धर्मस्थल पर दुष्प्रचार किया जा रहा है। हिंदू समाज इसकी कड़ी निंदा करता है।
आरएसएस पर उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के नरम रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए पाटील ने कहा कि अब पत्थर क्यों पिघल गया, इसका जवाब तो शिवकुमार को ही देना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति वर्ग का अनुदान भी कांग्रेस सरकार ने हड़प लिया है। आरक्षण के मामले में दलितों के साथ धोखा किया गया है। सदाशिव आयोग की रिपोर्ट होते हुए भी उसमें फेरबदल किया गया और मनमानी तरीके से आरक्षण बांटकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
