बागलकोट। गदग-हुटगी के बीच रेल्वे डबल लाइन कार्य लगभग पूर्णता की ओर है। गदग से आलमट्टी तक सुरक्षा परीक्षण (सेफ्टी इंस्पेक्शन) सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है।
बाधाएं होंगी कम
284 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई थी। कार्य के चलते इस मार्ग पर कई बार रेल संचालन में देरी और रुकावट आई थी। लेकिन अब डबल लाइन कार्य पूरा होने से यात्रियों और मालगाडियों की आवाजाही में बाधाएं काफी हद तक समाप्त होंगी।
निर्माण की स्थिति
गदग से आलमट्टी तक 128.90 किमी कार्य पूर्ण।
आलमट्टी से वंदाल तक 10 किमी कार्य प्रगति पर।
इस हिस्से में ब्रिज निर्माण जारी है, इसलिए यहां फिलहाल सिंगल लाइन संचालन रहेगा।
वंदाल से आगे हुटगी तक कार्य पूर्ण।
इस प्रकार केवल 10 किमी का हिस्सा ही शेष है।
आधुनिक स्टेशन और गति परीक्षण
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बागलकोट स्टेशन को आधुनिक स्वरूप मिला है। हाल ही में अधिकारियों ने गदग से आलमट्टी तक स्पीड टेस्ट किया, जिसमें ट्रेन ने 135 किमी/घंटा की गति हासिल की। विशेषज्ञों के अनुसार इस मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलने का मार्ग अब प्रशस्त हो गया है।
स्थानीय मांग
रेल आंदोलनकारी कुतुबुद्दीन खाजी ने कहा कि “गदग-आलमट्टी के बीच डबल लाइन पूरी हो चुकी है, केवल वंदाल तक 10 किमी कार्य शेष है। सोलेापुर तक डबल लाइन पहले ही बन चुकी है। ऐसे में पंढरपुर-तिरुपति और गोवा के वास्को मार्ग पर रेल सेवा को प्राथमिकता से शुरू करना चाहिए। साथ ही डबलिंग कार्य पूरा होते ही वंदे भारत रेल भी शुरू करनी चाहिए।
