विजयपुर. गणेशोत्सव के दौरान कई लोग डीजे संगीत पर खुशी मनाते रहे हैं, वहीं कुछ लोग वायरल बुखार के कारण बिस्तर पर पड़े हुए हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है।
जिले में लगातार हो रही बारिश से मौसम में असामान्यता उत्पन्न हुई है। कई दिनों से ठंडी और गर्म हवाएं चल रही हैं। कभी तेज धूप होती है, तो कभी अचानक बारिश शुरू हो जाती है। इस मौसम की अनिश्चितता के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। इसके चलते बुखार, खांसी, सिर दर्द, कफ जैसी बीमारियों में वृद्धि हुई है।
ओपीडी में भीड़
अस्पताल के चिकित्साधिकारी ने बताया कि खांसी, जुकाम और बुखार के अलावा कई लोगों में वायरल फीवर देखा जा रहा है। इसके चलते लोग अस्पतालों की ओर बढ़ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जिले के मुख्य अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 1500 मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जिनमें 200 बच्चे भी शामिल हैं। सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि हुई है।
बच्चों में अधिकता
वायरल फीवर से प्रभावित लोगों में अधिकांश बच्चे हैं। शहर के अस्पतालों के बाहर सुबह से रात तक बच्चों के माता-पिता लाइन में खड़े दिखाई दे रहे हैं। बच्चों को वायरल फीवर से तड़पते देखकर माता-पिता चिंता में हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहे माता-पिता की परेशानी
ग्रामीण क्षेत्रों से बच्चों के साथ शहर आने वाले माता-पिता निजी अस्पतालों में पाली लेने के लिए भटकते हैं। शहर के लोग समय पर पहुंचकर पाली लेते हैं, परन्तु दूरदराज के गांवों से आने वालों के लिए पाली मिलना कठिन हो जाता है।
नींद और आराम की कमी
तेज बुखार और खांसी से बच्चे ठीक से सो नहीं पा रहे हैं। पूरे जिले में वायरल फीवर की बढ़ोतरी माता-पिता के लिए चिंता का कारण है। बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए पर्याप्त समय चाहिए, इसलिए इस दौरान माता-पिता अपनी नींद छोडक़र बच्चों की देखभाल कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या
ग्रामीण क्षेत्रों में रात में बच्चों को बुखार होने पर माता-पिता को परेशानी होती है। समय पर डॉक्टर की सेवा न मिलने से गरीब बच्चों के लिए पानी की व्यवस्था मुश्किल हो जाती है। रात भर इंतजार करने के बाद सुबह इलाज के लिए शहर और कस्बे के अस्पतालों में जाना पड़ता है।
मरीजों की संख्या में लगभग 10फीसदी की वृद्धि
मौसम में बदलाव के कारण अधिकतर बच्चे और बुजुर्ग वायरल फीवर से प्रभावित हैं। जिले के मुख्य अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगभग 10फीसदी की वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य समस्या आने पर तुरंत डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए।
-डॉ. शिवानंद मास्तिहोळी, जिला चिकित्सा अधिकारी।
बरतें सावधानियां
-बच्चों को उबला और छाना हुआ पानी पिलाएं।
-बच्चों को गर्म रखें।
-बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
-बिना डॉक्टर की सलाह मेडिकल शॉप से दवा न लें।
-घर में स्वच्छता बनाए रखें।
-घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
-मच्छरदानी का प्रयोग करें।