सभापति होरट्टी ने कहा
37 लाख रुपए बकाया अनुदान जारी करने, नई परीक्षा पद्धति और शिक्षकों की भर्ती पर अधिकारियों से चर्चा
गदग. राज्य विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी ने कहा कि अनुदानित शिक्षा संस्थाओं के कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान संगठित संघर्ष के माध्यम से ही संभव है। माध्यमिक विद्यालय कर्मचारियों की संगठन ने हमेशा अपने मुद्दों के समाधान के लिए संघर्ष किया है। सभी को संगठन के साथ जुडऩे की आवश्यकता है।
नरेगल में अन्नदानेश्वर पीयू महाविद्यालय में आयोजित अन्नदानेश्वर अंग संस्थाओं के कर्मचारियों की बैठक को संबोधित करते हुए होरट्टी ने कहा कि मेरी राजनीतिक सेवा में शिक्षकों का योगदान अपार है। अनुदानित स्कूल कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए मैंने हमेशा प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि मूक-बधिर बालकों के आवासीय प्राथमिक एवं हाई स्कूल के कर्मचारियों के अनुदान में 37 लाख रुपए बकाया था। इस बारे में जानकारी मिलने पर होरट्टी ने मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर और संबंधित अधिकारियों से फोन पर संपर्क कर, अनुदान जारी करने के निर्देश दिए।
नए एलबीए परीक्षा पद्धति के संबंध में भी उन्होंने अधिकारियों से चर्चा की और पूर्व परीक्षा व्यवस्था को लागू करने की संभावना का अध्ययन करने के निर्देश दिए। साथ ही पीयू कॉलेज में शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की भर्ती संबंधी मामले पर अधिकारियों से बातचीत करने की बात कही। अन्नदानेश्वर बालिका हाई विद्यालय के भवन के लिए 10 लाख अनुदान रुपए जारी किया गया।
अन्नदानेश्वर शिक्षा संस्था की ओर से प्राचार्य वाई.सी. पाटील ने सभापति होरट्टी का सम्मान किया।
बैठक में प्रबंधन मंडल के चेयरमैन एस.ए. पाटील, स्कूल शिक्षा विभाग के उपनिदेशक आर.एस. बुरड़ी, माध्यमिक विद्यालय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष एम.के. लमानी, मुख्य शिक्षक एम.बी. सज्जन, अरुण कुलकर्णी, मुख्य शिक्षक संगमेश हूलगेरी आदि उपस्थित थे।
